महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने वाली बीजेपी की टेंशन कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले सीएम पद को लेकर एकनाथ शिंदे ने पेंच फंसाया, फिर मंत्रालय के बंटवारे को लेकर रस्साकशी चलती रही. अब डिप्टी सीएम अजित पवार ने बीजेपी के सामने नई डिमांड रखकर पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है. 


दरअसल, अजित पवार की एनसीपी से छगन भुजबल को मंत्री नहीं बनाया गया था. इससे भुजबल काफी नाराज हैं. उन्होंने कहा कि वे अपने समर्थकों से सलाह लेकर आगे की रणनीति का ऐलान करेंगे. उधर, छगन भुजबल ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए दावा किया कि उन्हें बीजेपी की ओर से ऑफर भी मिला था. इतना ही नहीं भुजबल ने कहा कि सीएम देवेंद्र फडणवीस भी उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करने के पक्ष में थे, लेकिन अजित पवार ने ऐसा नहीं किया.


छगन भुजबल की नाराजगी के बीच महाराष्ट्र के अडिप्टी सीएम और एनसीपी चीफ अजित पवार ने गुरुवार को केंद्र से किसानों को राहत देने के लिए प्याज पर 20% निर्यात शुल्क तुरंत हटाने की अपील की है. अजित पवार ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर किसानों के इस मुद्दे को उठाया है. इसमें उन्होंने प्याज के सबसे बड़े उत्पादक नाशिक का भी जिक्र किया है. 


अजित पवार ने लिखा, विदेशों में नाशिक के प्याज की भारी मांग है. हालांकि, केंद्र सरकार ने इस पर 20 प्रतिशत एक्सपोर्ट ड्यूटी लगा रखी है. ऐसे में प्याज का एक्सपोर्ट नहीं हो पा रहा है. किसानों के हित को ध्यान में रखकर 20 प्रतिशत एक्सपोर्ट ड्यूटी को तुरंत हटाया जाना चाहिए. अजित पवार ने यह मांग ऐसे वक्त पर की जब छगन भुजबल और बीजेपी की करीबी बढ़ती नजर आ रही है.

पवार ने कहा, प्याज का बड़ा स्टॉक आने की वजह से किसान अब संकट में हैं क्योंकि उन्हें अभी तक कोई न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलने के कारण अपनी उपज बहुत कम दर पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, वे औसतन 2400 रुपये प्रति क्विंटल पर प्याज बेच रहे हैं.