16 नवंबर से महाराष्ट्र में खुलेंगे सभी धार्मिक स्थल, मास्क पहनना होगा अनिवार्य
धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा. उन्हें कोविड से जुड़े नियमों का भी पालन करना होगा.
मुंबई: महाराष्ट्र में सोमवार 16 नवंबर से सभी धार्मिक स्थल दोबारा से खुल जाएंगे. राज्य सरकार ने इस बात का एलान किया है. इस दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा और लोगों को कोविड-19 से जुड़े नियमों का पालन करना होगा.
बता दें कि कुछ दिनों पहले राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस बात के संकेत दिए थे कि दीवाली के बाद राज्य में धार्मिक स्थलों को दोबारा से खोल दिए जाएंगे. मंदिरों को दोबारा से खोले जाने को लेकर बीजेपी ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था.
All religious places in the state to re-open for devotees from Monday, 16th November. Wearing the mask will be compulsory, all COVID norms will have to be followed: Government of Maharashtra pic.twitter.com/iT4IwDVz0C
— ANI (@ANI) November 14, 2020
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि राज्य में धार्मिक स्थलों को आगामी सोमवार से फिर खोल दिया जाएगा. कोरोना महामारी के कारण इस साल मार्च में लगाए गए लॉकडाउन के समय से ही राज्य के सभी धार्मिक स्थल बंद हैं.
सीएम ठाकरे ने एक बयान जारी कर दीपावली के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कोरोना वायरस रूपी दैत्य आज भी हमारे बीच है. यद्यपि यह दानव अब धीरे-धीरे खामोश हो रहा है, लेकिन हम ढिलाई नहीं बरत सकते. लोगों को अनुशासन का पालन करने की जरूरत है.’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ होली, गणेश चतुर्थी, नवरात्रि और अन्य त्यौहारों में अनुशासन एवं संयम दिखाया गया. इसी तरह लोगों ने ईद, माउंट मेरी जैसे कई त्यौहार भी कोविड-19 संबंधी प्रोटोकॉल का ध्यान रखकर मनाए.’’ उनके मुताबिक, सोमवार से सभी धार्मिक स्थल फिर खोल दिए जाएंगे, लेकिन नियमों और सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना होगा.
उद्धव ठाकरे ने कहा , ‘‘भीड़ से बचना होगा। धार्मिक स्थलों को खोलना कोई शासनादेश नहीं है, बल्कि यह ईश्वर की इच्छा है. जूते-चप्पल धार्मिक स्थल परिसर से बाहर रखे जाएंगे और मास्क पहनना अनिवार्य होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम अनुशासन का पालन करते हैं तो हमें ईश्वर का आशीर्वाद मिलेगा.’’
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