एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह पर सियासी हमला किया है. उन्होंने कहा कि अमित शाह गृह मंत्री के पद की गरिमा बनाए रखने में विफल रहे हैं. शरद पवार ने ये बयान तब दिया है जब ये कयास चर्चा में थे कि एनसीपी का रुख भाजपा को लेकर नरम हुआ है.


शरद पवार अमित शाह की उन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिनमें केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा की जोरदार जीत ने 1978 में शरद पवार की तरफ से शुरू की गई "धोखे और विश्वासघात" की राजनीति का खात्मा कर दिया है. 


अमित शाह ने क्या कहा था?


दरअसल शिर्डी में राज्य भाजपा सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने 1978 में उस समय के वसंतदादा पाटिल-नेतृत्व वाले महाराष्ट्र सरकार से शरद पवार के साथ 40 विधायकों के बाहर निकलने की घटना को याद करते हुए कहा था. अमित शाह ने कहा था, "महाराष्ट्र में भाजपा की जीत ने शरद पवार की ओर से 1978 में शुरू की गई अस्थिरता और पीठ में छुरा घोंपने की राजनीति का अंत कर दिया. आप (भाजपा कार्यकर्ता) ने ऐसी राजनीति को जमीन में 20 फीट गहरा दफन कर दिया है."


शरद पवार ने अमित शाह पर किया पलटवार


शरद पवार ने मंगलवार (14 जनवरी 2025) को कहा, "मैं 1978 में मुख्यमंत्री था. मुझे तब उनके (अमित शाह के) ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं है. जब मैं मुख्यमंत्री था, तो मेरी मंत्रालय में (भाजपा के पूर्ववर्ती) जनसंघ के उत्तम राव पाटिल जैसे लोग थे." यह बताते हुए कि पहले राजनीतिक नेताओं के बीच अच्छी संवाद होती थी और तब के पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने 2001 में भुज भूकंप के बाद उन्हें विपक्ष में होने के बावजूद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया था, एनसीपी (एसपी) प्रमुख ने कहा कि गृह मंत्री के पद की गरिमा बनाए रखी जानी चाहिए.


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