Maharashtra-Punjab Send Invites To Elon Musk: इस सप्ताह की शुरुआत में तेलंगाना के निमंत्रण के बाद अब पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और महाराष्ट्र के एक मंत्री ने एलन मस्क को अपने राज्य में टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए आमंत्रित किया है. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जयंत पाटिल ने टेस्का के सीईयो एलन मस्क को अपने-अपने राज्यों में टेस्ला की यूनिट लगाने के लिए कहा है. महाराष्ट्र और पंजाब की तरफ से टेस्ला के सीईओ को ये आमंत्रण उनके ट्वीट के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि कंपनी को भारत में अपने प्रोडक्ट को लॉन्च करने के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. 


नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं एलन मस्क को पंजाब में आमंत्रित करता हूं. पंजाब मॉडल लुधियाना को इलेक्ट्रिक व्हीकल और बैटरी के उद्योग का हब बनाएगा. पंजाब मॉडल निवेश के लिए समयबद्ध सिंगल विंडो क्लीयरेंस देगा जिससे, पंजाब में नई तकनीक, ग्रीन जॉब्स और पर्यावरण संरक्षण के साथ ही सतत विकास का मार्ग प्रशस्त होगा.






 


वहीं NCP के वरिष्ठ मंत्री जयत पाटिल ने भी अमेरिका की इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला कंपनी के सीईओ एलोन मस्क को महाराष्ट्र में फर्म की प्रोडक्शन यूनिट स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया है. ट्विटर पर मस्क को खुला न्योता देते हुए पाटिल ने उनसे राज्य में टेस्ला कारों के लिए एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने पर विचार करने को कहा. उन्होंने ट्वीट के जरिए लिखा भारत के सबसे प्रगतिशील राज्यों में से एक है. हम आपको भारत में स्थापित होने के लिए महाराष्ट्र से सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे. हम आपको महाराष्ट्र में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए आमंत्रित करते हैं.






 


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इससे पहले तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव ने टेस्ला इंक के सीईओ को अपने राज्य में यूनिट स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया था. उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार "चुनौतियों के माध्यम से काम करने में टेस्ला के साथ साझेदारी करके खुश होगी." अमेरिका की इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्क ने कहा था कि भारत में उत्पाद उतारने के लिए उसे सरकार के स्तर पर बहुत चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.


भारत में अपने उत्पाद उतारने के संबंध में कंपनी की योजनाओं के बारे में एक ट्वीट के जवाब में मस्क ने ट्वीट किया था कि, ‘‘सरकार के स्तर पर कई चुनौतियों का सामना अब भी करना पड़ रहा है.’’ टेस्ला ने पिछले साल भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क में कटौती की मांग की थी. भारी उद्योग मंत्रालय ने टेस्ला से कहा था कि वह पहले भारत में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों का विनिर्माण शुरू करे, उसके बाद ही किसी कर छूट के बारे में विचार किया जा सकता है. सरकार के सूत्रों ने बताया था कि वे किसी वाहन निर्माता कंपनी को इस तरह की छ्रट नहीं दे रहे और टेस्ला को कर संबंधी लाभ देने से भारत में अरबों डॉलर निवेश करने वाली दूसरी कंपनियों को अच्छा संदेश नहीं जाएगा.


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