Maharashtra Assembly Election Opinion Poll: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल बज चुका है. सभी राजनीतिक दल और उनके नेता चुनावी रण में उतरने की लिए तैयार हैं. सत्ताधारी पार्टी जहां अपने पांच साल के कार्यों का हिसाब देकर जनता का मत एक बार फिर हासिल करने की कोशिश करेगी तो वहीं विपक्षी दल कोशिश करेंगे कि सरकार की खामियों को जनता के बीच ले जाएं और वोट बटोरें. ऐसे में साफ है कि सभी दल या गठबंधन वोटिंग से पहले मतदाताओं को लुभाने का प्रयास करेंगे.
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों का एलान कर दिया है. 21 अक्टूबर को राज्य में वोट डाले जाएंगे और 24 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी.
चुनावों से पहले एबीपी न्यूज/ सी वोटर जनता के बीच पहुंची और यह पता लगाने की कोशिश की कि जनता के लिए प्रमुख मुद्दे क्या हैं? हमारी टीम ने लोगों से यह भी जानने की कोशिश की कि महाराष्ट्र चुनावों के दौरान किन किन मुद्दों को लेकर लोग वोट करेंगे. उनके बीच क्या समस्याएं हैं और कौन सा राजनीतिक दल उनकी इन समस्लोयाओं का समाधान करने में उनके अनुसार सक्षम है.
महाराष्ट्र चुनाव में मुद्दे
महाराष्ट्र में सबसे बड़ी समस्या पानी की है. यहां 25.5 प्रतिशत लोगों ने इस बात को स्वीकर किया है. वहीं, रोजगार को 21.9 प्रतिशत लोगों ने चुनावी मुद्दा माना है. 11.5 प्रतिशत लोगों ने माना कि राज्य में खेती, किसानों की दुर्दशा भी मुद्दा है तो 10.6 प्रतिशत लोगों ने माना की राज्य में खराब सड़कें एक बड़ी की समस्या हैं.
4.4 प्रतिशत लोगों ने माना कि राज्य में बढ़ती महंगाई भी चुनावी मुद्दा है. वहीं, मौजूदा सरकार में भ्रष्टाचार को लेकर 1.9 प्रतिशत लोगों ने कहा कि यह भी एक अहम चुनावी मुद्दा है. राज्य में बिजली की समस्या को लेकर 1.8 लोगों बड़ी समस्या बताया है. साथ ही 0.9 प्रतिशत लोगों ने माना कि बिजली भी चुनावी मुद्दा बन सकता है.
समस्याओं के लिए कौन जिम्मेदार?
22.9 प्रतिशत लोगों का मानना है कि मौजूदा समस्याओं के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है. वहीं 10.4 प्रतिशत लोगों ने राज्य में मौजूदा समस्या के लिए सीधे मुख्यमंत्री को जिम्मेदार माना. वहीं 6.7 प्रतिशत लोगों ने इसके लिए मौजूदा विधायकों को जिम्मेदार ठहराया. साथ ही 32.2 प्रतिशत लोगों ने किसी को भी जिम्मेदार मानने से इंकार कर दिया.
सर्वे के दौरान 9.2 प्रतिशत लोगों ने राज्य में मौजूदा समस्याओं के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. 5.5 प्रतिशत लोगों ने सीधे प्रधानमंत्री को कठघरे में खड़ा किया है . वहीं, 2.7 प्रतिशत लोगों ने मौजूदा सासंदों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. 7.8 प्रतिशत लोगों ने माना कि राज्य में समस्याओं के लिए निगम व पंचायत जिम्मेदार हैं.
किससे है जनता को उम्मीद?
लोगों से जब इस बारे में सवाल पूछा गया कि राज्य में मौजूदा समस्याओं को कौन सी पार्टी सबसे अच्छे तरीके से सुलझा सकती है? लोगों ने इस सवाल पर भी खुलकर अपनी राय रखी.
33.3 प्रतिशत लोगों ने माना कि बीजेपी राज्य में मौजूद समस्याओं को खत्म कर सकती है, वहीं 15.3 प्रतिशत लोगों ने कांग्रेस पार्टी को इसके लिए प्रबल दावेदार बताया. 8.8 प्रतिशत लोगों ने माना कि राज्य में मौजूदा समस्याओं का समाधान एनसीपी कर सकती है. वहीं, शिवसेना के लिए 5.9 प्रतिशत लोगों ने अपनी सहमती जताई. 1.8 प्रतिशत लोगों ने मनसे की ओर रुख किया.
(महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों की तारीख का एलान हो गया है. ABP न्यूज के लिए C VOTER ने राज्य में वोटरों का मूड जाना. इस सर्वे में महाराष्ट्र के 4855 लोगों की राय ली गई है. सर्वे 1 सितंबर से 10 सितंबर के बीच किया गया है.)
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