नई दिल्ली: चुनाव का बिगुल बजते ही वादों का सुरीला संगीत शुरू हो जाता है. कफन तक के जुगाड़ के लिए अपनों का शव बेच देने वाली भूखी जनता वादों को ललचाई नजर से देखती है और इन्हीं आधारों पर झंड़ा भी उठा लेती है. नये किरदार आते हैं लेकिन नाटक वही पुराना चलता रहता है. जैसे ही चुनाव आते हैं, सत्ता पक्ष 'आपदा प्रबंधन' में जुट जाता है तो विपक्ष वादों की बारिश करने लगता है.

सियासी सग्राम में चल रहे हर धुन को हम आप तक सिलसिलेवार पहुंचाते रहेंगे.. चलिए अभी आपको महाराष्ट्र की हर वह अहम जानकारी बताते हैं जो आपके लिए जानना बेहद जरूरी है.

महाराष्ट्र : 2014 के विधानसभा चुनाव का परिणाम

कुल सीटें - 288

बीजेपी – 122 (27.81%)

शिवसेना – 63 (19.35%)

कांग्रेस – 42 (17.95%)

एनसीपी - 41 (17.24%)

सीपीएम – 1 (0.39%)

एमएनएस – 1 (3.15%)

एआईएमआईएम – 2 (0.93%)

एसपी – 1 (0.17%)

राष्ट्रीय समाज पक्ष – 1 (0.49%)

निर्दलीय – 7 (4.71%)

बहुजन विकास अघाडी – 3 (0.62%)

भारिपा बहुजन महासंघ – 1 (0.89%)

वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी के पाले में करीब 27 प्रतिशत तो शिवसेना के करीब 19 प्रतिशत आये. वहीं, कांग्रेस और एनसीपी करीब करीब महज 17-17 प्रतिशत वोट बटोर सके.

महाराष्ट्र में 2004 विधानसभा चुनाव के लिए मतदान – 13 अक्टूबर और परिणाम – 16 अक्टूबर.
2009 में मतदान - 13 अक्टूबर और परिणाम - 22 अक्टूबर.

2014 में चुनाव की घोषणा – 12 सितंबर को हुई. मतदान – 15 अक्टूबर, परिणाम – 19 अक्टूबर.

वोटिंग प्रतिशत

2004 - 63.44प्रतिशत

2009 - 59.50प्रतिशत

2014 - 63.08प्रतिशत

लोकसभा चुनाव के आधार पर किसे कितनी सीटों पर बढ़त?

एनडीए – 233

बीजेपी – 121

शिवसेना – 112

यूपीए - 44

कांग्रेस - 21

एनसीपी – 23

अन्य पार्टियां – 11

युवा स्वाभिमान पार्टी – 4

बहुजन विकास पार्टी – 3

एआईएमआईएम – 2

स्वाभिमानी पार्टी – 1

महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी - 1
महाराष्ट्र – धर्म

कुल आबादी – 11.23 करोड़ (11,23,74,333)

हिंदू – 8.97 करोड़ (79.82प्रतिशत)

मुस्लिम – 1.29 करोड़ (11.54प्रतिशत)

ईसाई – 10.80 लाख (0.96प्रतिशत)

सिख – 2,23,247

बौद्ध – 65.31 लाख (5.81प्रतिशत)

जैन – 14.00 लाख (1.24प्रतिशत)

अन्य – 1,78,965

एबीपी न्यूज -सी वोटर ओपिनियल पोल
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें है और बीजेपी और उसके सहयोगियों को में 205 सीटों पर जीत हासिल हो सकती हैं. वहीं, कांग्रेस और उसके सहयोगियों को 55 सीटों पर जीत मिल सकती है. अन्य को 28 सीटें मिलने का अनुमान है. महाराष्ट्र में सबसे बड़ी समस्या पानी और बेरोजगारी है. वहीं, मुख्यमंत्री पद के सबसे बड़ी पसंद देवेंद्र फडणवीस हैं.