Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन हो चुका है. बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री की कमान संभाल चुके हैं. वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है. इसे लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने मंगलवार शाम (10 दिसंबर 2024) शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर एक बैठक की, लेकिन बैठक के अगले दिन ही यानी बुधवार शाम विपक्ष की टेंशन बढ़ गई.
इस टेंशन का कारण अपने कुनबे के टूटने का खतरा है. दरअसल, महाराष्ट्र में एक बार फिर से ‘ऑपरेशन लोटस’ की चर्चा जोरों पर है. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने दावा किया कि महा विकास अघाड़ी (MVA) के कई सांसद और विधायक अपनी-अपनी पार्टी से नाराज हैं और उनसे संपर्क कर रहे हैं. ये भी चर्चा तेज है कि कांग्रेस और एनसीपी शरद गुट के कई विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, कांग्रेस ने इन दावों को सिरे से नकार दिया है.
बीजेपी अध्यक्ष ने किया ये बड़ा दावा
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का कहना है कि एमवीए के कई नेता पाला बदलने के लिए हमारे संपर्क में हैं. इनके कई नेताओं ने बीजेपी के विकसित भारत विजन से जुड़ने के लिए अपनी इच्छा जताई है. वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले का कहना है कि बावनकुले का दावा जवाब देने लायक नहीं है. बीजेपी ऐसी बेतुकी कोशिशें करती रहती है. हमारा कोई भी नेता कहीं भी जाने वाला नहीं है. महाराष्ट्र के सभी कांग्रेस सांसद और विधायक पार्टी के साथ हैं. हम नागपुर में महाराष्ट्र विधानमंडल के आगामी शीतकालीन सत्र में महायुति की वास्तविक स्थिति दिखाएंगे.
एनसीपी शरद गुट ने भी किया खंडन
इस संबंध में एनसीपी शरद पवार गुट की नेता विद्या चव्हाण का कहना है कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू जैसे नेताओं के साथ एक कमजोर गठबंधन है. ऐसे में उनके मन में सरकार गिरने का डर बना हुआ है. यही वजह है कि वह विपक्षी दलों के सांसदों पर नजर बनाए हुए हैं. हालांकि, हमारे सांसद हमारे साथ हैं. वे गठबंधन को धोखा नहीं देंगे.
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