Maharashtra Assembly Session: महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत हो चुकी है. इस दौरान पिछले कुछ महीनों में हुए लोकप्रतिनिधियों के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित किया गया. सभी ने उनकी आत्मा की शांति के लिए मौन रखा. इसके बाद सदन में कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी, काफी देर तक ये हंगामा चलता रहा, जिसके बाद विधानसभा का कामकाज दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया. इस दौरान महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी कांग्रेस विधायकों को जवाब दिया.
कांग्रेस विधायकों ने की ये मांग
दरअसल कांग्रेस विधायकों ने सदन में किसानों का मुद्दा उठाया, जिसमें उन्होंने कहा कि लगातार हो रही मूसलाधार बरसात की वजह से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं और सरकार ने अब तक कोई आर्थिक मदद देने का ऐलान नहीं किया है, ऐसे में किसानों के मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए. कांग्रेस विधायकों ने कहा कि किसानों को जल्द से जल्द राहत दी जानी चाहिए.
डिप्टी सीएम फडणवीस ने दिया जवाब
कांग्रेस विधायकों के आरोपों पर हंगामे के बीच डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने जवाब दिया. देवेंद्र फडणवीस ने सदन में कहा कि किसानों को हो रही परेशानी की जानकारी सरकार को है, कल ही हमने इस मुद्दे पर एक कमेटी का गठन किया है. पिछले सालभर में हमने 10 हजार करोड़ की सहायता किसानों दी है. हमारी सरकार किसानों के साथ है. हालांकि फडणवीस के इस जवाब से भी कांग्रेस नेता संतुष्ट नहीं दिखे और इस मामले पर चर्चा की मांग करने लगे. हंगामे को देखते हुए विधानसभा सत्र को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया.
राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप
विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों ने राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर और मुंबई कांग्रेस प्रमुख वर्षा गायकवाड़ की अगुवाई में विधायक विधान भवन की सीढ़ियों पर एकत्रित हुए और सरकार के खिलाफ नारे लगाए. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) से केवल अंबादास दानवे इस प्रदर्शन में मौजूद थे. वहीं प्रदर्शन में शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से कोई विधायक मौजूद नहीं था.