Maharashtra NCP Crisis: महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर भूचाल आया है, इस बार अजित पवार ने एनसीपी तोड़कर बीजेपी के साथ हाथ मिलाया है. इस बगावत के बाद शरद पवार और उनके करीबी नेताओं के अगले कदम का सभी को इंतजार है. एनसीपी की तरफ से साफ कर दिया गया है कि बागियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है, पार्टी के खिलाफ जाने को लेकर बागी विधायकों की शिकायत विधानसभा अध्यक्ष को की गई है. इसी बीच अब महाराष्ट्र के विधानसभा स्पीकर का भी बयान सामने आया है. जिन्होंने कहा है कि उन्हें इस बात की अभी जानकारी नहीं है कि अजित पवार को कितने विधायकों का समर्थन है. 


एनसीपी की याचिका पर स्पीकर का जवाब
एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल की तरफ से विधानसभा स्पीकर को बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत दी गई है. इसी बीच महाराष्ट्र के विधानसभा स्पीकर राहुल नारवेकर ने विधायकों की अयोग्यता को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, महाराष्ट्र विधानसभा के सम्मानित सदस्य और एनसीपी नेता जयंत पाटिल की तरफ से एक याचिका दी गई है, जिस पर विचार किया जाएगा और जांच के बाद योग्य फैसला लिया जाएगा. अजित पवार के पास कितने विधायकों का समर्थन है, इसे लेकर अब तक मेरे पास कोई जानकारी नहीं है.  


नेता विपक्ष को लेकर होगा फैसला
एनसीपी और कांग्रेस के बीच नेता विपक्ष को लेकर चल रही जंग को लेकर नारवेकर ने कहा कि विरोधी पक्ष के नेता को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ही फैसला लेते हैं. इस फैसले को लेते वक्त विधानसभा अध्यक्ष को विधानसभा के नियमों और संवैधानिक प्रावधानों को देखना होता है. अगले कुछ ही दिनों में नेता विपक्ष को लेकर फैसला लिया जा सकता है. 


अजित पवार की बगावत के बाद अब एनसीपी चीफ शरद पवार दावा कर रहे हैं कि वो पार्टी को फिर से खड़ा करके दिखाएंगे, इसके अलावा उन्होंने एनसीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि साम्प्रदायिक विभाजन पैदा कर रही ताकतों से लड़ने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमारे कुछ लोग दूसरे दलों को तोड़ने की बीजेपी की रणनीति का शिकार हो गए हैं.




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