Maharashtra Assembly Winter Session: महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की शुरुआत आज (7 दिसंबर) से नागपुर में हुई. विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले परिसर से बाहर निकल गए. शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने आक्रामक तेवर अपनाते हुए विधानमंडल की सीढ़ियों पर बैठकर संतरे और कपास को हाथ में लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. नेता प्रतिपक्ष ने किसानों की कर्जमाफी की मांग की.
इस बीच देखा जाए तो महाराष्ट्र में हुई बेमौसम बारिश से किसानों का बेहद नुकसान हुआ है. खासकर कपास और सोयाबीन की फसलों पर ज्यादा असर पड़ा है. इस वजह से किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ हैं. इस मुद्दे पर महाविकास आघाड़ी ने विधानमंडल में नारेबाजी करते हुए किसानों के बैंक खाते में तुरंत पैसा ट्रांसफर करने की आवाज बुलंद की.
'सरकार किसानों के मुद्दे पर असंवेदनशील'
वडेट्टीवार ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि किसान बेमौसम बारिश से परेशान है तो सरकार विज्ञापन में मस्त है. सरकार किसानों के मुद्दे पर असंवेदनशील है और उनके साथ जानवरों जैसा व्यवहार कर रही है.
विरोध प्रदर्शन के दौरान हाथों पर काली पट्टी बांधकर पहुंचे विपक्षी सदस्य
इस अवसर पर विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात, अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, वर्षा गायकवाड़, विधानमंडल नेता प्रतिपक्ष वडेट्टीवार सहित महाविकास आघाड़ी के विधायकों ने एकजुटता दिखाते सरकार के खिलाफ धरना दिया. विरोध प्रदर्शन के दौरान जयंत पाटिल, अनिल देशमुख, सुनील प्रभु हाथों पर काली पट्टी बांध नजर आए.
बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों से मिले शिंदे-फडणवीस
सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, कृषि मंत्री धनंजय मुंडे और राहत एवं पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल ने बेमौसमी बारिश के कारण किसानों की खेती पर पहुंचकर मौका मुआयना किया. इस दौरे पर उन्होंने किसानों से भी मुलाकात की और नुकसान को लेकर किसानों से बातचीत की.
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