मुंबई: महाराष्ट्र एटीएस डीआईजी शिवदीप लांडे और उनकी टीम ने मनसुख हिरेण हत्या मामले में रविवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों में से एक विनायक शिंदे जो कि पूर्व पुलिस कर्मचारी है, दूसरा आरोपी नरेश गोर जो कि एक क्रिकेट बुकी है. महाराष्ट्र एटीएस ने सचिन वाजे को इस मामले का मुख्य आरोपी बताया है, जो कि फिलहाल एनआईए की कस्टडी में है.
रविवार के दिन हॉलिडे कोर्ट में गिरफ्तार दोनों ही आरोपियों को पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने आरोपियों को 30 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. एटीएस अब भी मानती है कि इस मामले में कई और भी आरोपी हैं, जिनकी तलाश एटीएस को है.
क्या कुछ मिला गिरफ्तार आरोपियों के पास से?
एटीएस के वकील ने कोर्ट में कहा कि इस मामले में कुल 3 आरोपी हैं, जिसमें से मुख्य आरोपी सचिन वाजे है और वो फिलहाल एनआईए की कस्टडी में है. एटीएस ने वाजे को अपने मामले में वांटेड दिखाया है. एटीएस को गिरफ्तार दोनों आरोपियों के पास से 3 मोबाइल फोन मिला है और गुजरात राज्य में रजिस्टर वोडाफोन के कुल 8 सिम कार्ड मिले हैं. जिसकी जांच एटीएस कर रही है. एटीएस ने ये भी बताया कि नरेश ने 5 सिमकार्ड वांटेड आरोपी वाजे और गिरफ्तार आरोपी विनायक को इस क्राइम में इस्तेमाल करने के लिए दिया था.
किन आधार पर एटीएस ने मांगी कस्टडी?
महाराष्ट्र एटीएस ने कुल 9 पॉइंट्स के आधार पर कोर्ट से गिरफ्तार आरोपियों की कस्टडी की मांग की.
1- गिरफ्तार और वांटेड आरोपियों ने इस क्राइम में जिन गाड़ियों का इस्तेमाल किया है, उसे ढूंढकर जब्त करना बाकी है.
2- इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने जिस मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल किया है, उसे ढूंढना और जब्त करना बाकी है.
3- इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से मनसुख हिरेण की हत्या के लिए इस्तेमाल की गई चीज़ों को जब्त करना बाकी है.
4- मनसुख हिरेण के शरीर पर जितने सोने के आभूषण थे, जैसे कि सोने की चेन, पुखराज का पत्थर, घड़ी, पर्स, डेबिट और क्रेडिट कार्ड नहीं मिले हैं, जिनकी तलाश कर उन्हें भी जब्त करना बाकी है.
5- गिरफ्तार आरोपियों से मनसुख की हत्या में शामिल होने के सबूत मिले हैं, उनसे इस मामले में और भी पूछताछ करना बाकी है.
6- इस मामले में शामिल गिरफ्तार आरोपियों और वांटेड आरोपी ने इस पूरी साजिश को कहां तैयार किया और उस समय कौन-कौन मौजूद था, इस बात के भी सबूत जमा करने हैं.
7- गिरफ्तार और वांटेड आरोपियों ने मनसुख की हत्या कहां की और कैसे की.
8- स्कॉर्पियो गाड़ी चोरी, स्कॉर्पियो में 20 जिलिटीन की छड़े रखना और मनसुख हिरण की हत्या इन तीनों मामलों का एक दूसरे से संबंध है, इसकी और जांच करना और सबूत जमा करना बाकी है.
9- यह मामला काफी संवेदनशील होने की वजह से गिरफ्तार और वांटेड आरोपियों ने इस मामले में कई टेक्निकल सबूतों को नष्ट किया है, इसकी जांच करनी है और सबूत भी जमा करने हैं.
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