मुंबई: मुंबई क्राइम ब्रांच के एपीआई सचिन वाझे पर मनसुख हिरेन की पत्नी ने कई संगीन आरोप लगाए हैं, जिसका मुद्दा आज महाराष्ट्र के विधानसभा में भी गूंजा. महाराष्ट्र एटीएस मनसुख हिरेन की हत्या का मामला इन्वेस्टिगेट कर रही है. कुछ दिन पहले मनसुख की डेड बॉडी कलवा फ्री में बरामद हुई थी, जिसके बाद उनकी पत्नी के स्टेटमेंट के आधार पर एटीएस ने अज्ञात शख्स के खिलाफ हत्या, सबूत मिटाने और साजिश करने का मामला दर्ज किया था.
एटीएस के सूत्रों की मानें तो सचिन वाझे को सोमवार की दोपहर एटीएस के कार्यालय में बुलाया गया था, जहां पर उनसे 20 जिलेटिन के साथ स्कॉर्पियो पार्क करने के मामले की जांच से जुड़े सवाल पूछे गए. सचिन वाझे उस मामले के पूर्व जांच अधिकारी रह चुके हैं. इस वजह से उनसे इस बारे में सवाल पूछे गए.
मनसुख हिरेन की पत्नी ने अपने स्टेटमेंट में एपीआई सचिन वाझे का नाम लिया है, जिसको लेकर अब महाराष्ट्र एटीएस के अधिकारी उनसे पूछताछ कर सकते हैं.
मनसुख का फोन खोलेगा राज
एक अधिकारी ने बताया कि मनसुख की पत्नी के मुताबिक उन्हें 4 मार्च को किसी तावड़े का फोन आया था, जिसके बाद वो घर से निकले थे. एटीएस ने उस फोन कॉल का पता लगाने के लिए मनसुख का सीडीआर निकाला पर उन्हें उस समय का एक भी फोन कॉल नहीं मिला.
पुलिस का मानना है कि शायद कॉलर ने वाट्सअप या फिर किसी और इंटरनेट का इस्तेमाल कॉल करने के लिए किया होगा, जिस वजह से कॉलर की डिटेल नहीं मिल रही है. अब एटीएस मनसुख के फोन की तलाश में है और यह पता लगा रही है कि उसका फोन कहां हो सकता है. एटीएस को जांच में पता चला कि मनसुख के पास एक ही फोन था पर उसमें दो सिम कार्ड थे. इस वजह से दो लोकेशन दिखा रहा था. दोनों कार्ड की लास्ट लोकेशन के मुताबिक दोनों के बीच की दूरी 20 मीटर हो सकती है.
सचिन वाझे ने क्या कहा?
मीडिया के लोगों ने जब सचिन वाझे से इस बारे में पूछा तो पहले उन्होंने कहा, "फिलहाल विधानसभा का सत्र चल रहा है और ऐसे सवाल के उत्तर यहां नहीं दिए जाते. पर जब पत्रकारों ने सवालों की कतार लगा दी तो उन्होंने कहा कि जो भी एलिगेशन मुझपर लगाए गए हैं वो मैंने पढ़े नहीं हैं और उन्होंने (मनसुख की पत्नी ने) आरोप लगाए हैं, मुझे नही लगता."
साथ ही उन्होंने कहा कि अगर गाड़ी मेरे पास थी या नहीं थी इसमें आरोप क्या है, गाड़ी मेरे पास होना ये आरोप है क्या?
पत्रकारों ने जब पूछा कि आप पर हत्या का आरोप है. इस सवाल पर वाझे ने कहा कि मैंने एफआईआर पढ़ी नहीं है. मैं पढ़ लूंगा और इसका जवाब दे दूंगा.