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Maharashtra Bandh: लखीमपुर हिंसा को लेकर महाराष्ट्र बंद से लोग परेशान, जानिए सुबह से लेकर अब तक क्या कुछ हुआ
बसों, निजी वाहनों पर पथराव, यातायात रोकने के लिए सड़कों पर टायर जलाने जैसी घटनाओं के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. जानिए आज सुबह से लेकर अबतक क्या कुछ हुआ है.
Maharashtra Bandh: उत्तर प्रदेश में लखीमपुर हिंसा (Lakhimpur Violence) के विरोध में आज महा विकास अघाड़ी के सहयोगियों शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस का ‘महाराष्ट्र बंद’ (Maharashtra Bandh) है. पूरे महाराष्ट्र में आज लखीमपुर हिंसा के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन जारी है. बंद के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं. बसों, निजी वाहनों पर पथराव, यातायात रोकने के लिए सड़कों पर टायर जलाने जैसी घटनाओं के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. जानिए आज सुबह से लेकर अबतक क्या कुछ हुआ है.
- सुबह से ही राज्य की राजधानी मुंबई में बंद का असर देखने को मिला. यहां सड़कें सुनसान रहीं और कई मुख्य बाजार भी बंद रहे. महा विकास अघाड़ी के बंद को भाकपा, सीपीएम, ट्रेड यूनियनों, किसान समूहों, छात्रों, महिलाओं और अन्य समूहों ने अपना पूरा समर्थन दिया. बंद के दौरान किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त की गई.
- बंद के दौरान शहर की जीवन रेखा बेस्ट सेवाएं सड़कों से दूर ही रहीं, अंतर-जिला राज्य परिवहन बसें भी प्रभावित हुईं, लेकिन उपनगरीय ट्रेनें सामान्य रूप से काम करती दिखीं. हालांकि कम यात्री भार के साथ और अन्य सभी आवश्यक सेवाओं को बंद से छूट दी गई.
- महाराष्ट्र पुलिस और अन्य सभी सुरक्षा बलों ने राज्य भर में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी बंदोबस्त तैनात किया और गृह राज्य मंत्री दिलीप वालसे-पाटिल ने विघटनकारी कृत्यों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है.
- राज्य, क्षेत्र और जिला स्तर पर शिवसेना के संजय राउत, किशोर तिवारी, राकांपा के जयंत पाटिल, नवाब मलिक, कांग्रेस के नाना पटोले, बालासाहेब थोराट, भाई जगताप और अन्य शीर्ष नेताओं ने केंद्र और यूपी की बीजेपी सरकारों के खिलाफ जमकर नारे लगाए और बंद का नेतृत्व किया.
- बंद के दौरान मुंबई के कई हिस्सों में लगभग आधा दर्जन बेस्ट बसों पर पथराव भी किया गया. कुछ गैर-जरूरी निजी वाहनों को बाहर निकलने से रोकने के लिए रोड-ब्लॉक और टायर में आग लगाने की भी खबरें सामने आई हैं. जिसके बाद एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बयान जारी करके कहा कि कई जगह यह बंद शांतिपूर्वक देखा गया है. कुछ जगहों पर पत्थरबाजी के मामले भी सामने आए हैं, जो ठीक नहीं है. लोग इस तरह की हरकतें न करें.
- बेस्ट द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि सुबह-सुबह धारावी, मानखुर्द, शिवाजी नगर, चारकोप, ओशिवरा, देवनार और इनऑर्बिट मॉल के पास नौ बसें क्षतिग्रस्त हो गईं, इनमें पट्टे पर किराए पर ली गई एक बस भी शामिल है. बेस्ट बसें और कई पारंपरिक ‘काली-पीली कैब’ सड़कों से दूर रहीं, स्थानीय ट्रेनों से आने-जाने के लिए उपनगरीय रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ थी, जो निर्धारित समय के अनुसार चल रही थीं.
- एपीएमसी के शटर डाउन करने के साथ ग्रामीण केंद्रों से शटडाउन को भारी प्रतिक्रिया मिली, हालांकि शहरी केंद्रों में सड़कों पर कुछ वाहन देखे गए क्योंकि सार्वजनिक परिवहन काफी हद तक ठप हो गया था. कुछ इलाकों में स्थानीय दुकानदारों ने शिकायत की कि सत्ता पक्ष के कार्यकर्ताओं ने उन्हें दुकानें बंद करने और बंद में शामिल होने के लिए मजबूर किया.
- पिछले हफ्ते, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल ने लखीमपुर-खीरी पीड़ितों की याद में दो मिनट का मौन रखा था और बाद में सत्तारूढ़ गठबंधन ने महाराष्ट्र बंद की घोषणा की थी.
- उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को ले जा रहे वाहनों से कुचले जाने से किसानों की मौत हो गई, जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने इन वाहनों में सवार कुछ लोगों की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी. शनिवार रात केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को पुलिस ने लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर की हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया था.
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