Delhi News: बीजेपी नेता पंकजा मुंडे (Pankaja Munde) एक बार फिर पार्टी से खफा नजर आ रही हैं. इतना ही नहीं नाराजगी के सुर खुद पंकजा की तरफ से सुनाई पड़ रहे हैं. दरअसल, दिल्ली में राष्ट्रीय समाज पार्टी की ओर से अहिल्या देवी होलकर की जयंती के मौक़े पर आयोजित प्रोग्राम में पंकजा मुंडे के दिए गए एक बयान ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या पंकजा मुंडे पार्टी से नाराज हैं.
यहां पंकजा मुंडे ने कहा कि मैं बीजेपी में हूं, लेकिन बीजेपी मेरी नहीं हो सकती है. पंकजा यहीं पर नहीं रुकी और उन्होंने यह भी कहा कि अगर पिता से झगड़ा हो जाए तो भाई के पास जा सकते हैं, राष्ट्रीय समाज पार्टी मेरा मायका है. इस समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मंच पर उपस्थित थे.
'पंकजा के बयान को गलत तरीके के पेश किया गया'- बीजेपी
वहीं इसको लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बवनकुले ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता पंकजा मुंडे पार्टी से नाराज नहीं है. उनका पूरा भाषण मैंने देखा और सुना है. उनके बयान को गलत तरीक़े से पेश किया गया है. बवनकुले ने आगे कहा कि पंकजा मुंडे के बयानों को हमेशा गलत अर्थ से लिया जाता है. पंकजा मुंडे महाराष्ट्र में पार्टी को मजबूत करने का काम कर रही है.
'परिणाम की परवाह किए बिना लेना चाहिए फैसला'- संजय राउत
पंकजा मुंडे के बागी तेवर के बाद अब राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं. शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने कहा कि पंकजा मुंडे को परिणाम की परवाह किए बिना फैसला लेना चाहिए. वही एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल का कहना है कि कांग्रेस और एनसीपी से बीजेपी में आये नेताओ को अहम पद देने के चक्कर में पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय हो रहा है.
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