मुंबई: महाराष्ट्र में सियासी उठापठक के बीच बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बड़ा बयान दिया है. चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि बीजेपी को राज्य में 119 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. उन्होंने कहा कि राज्य में सिर्फ बीजेपी ही स्थिर सरकार दे सकती है. चंद्रकांत पाटिल का ये बयान ऐसे समय आया है जब राज्य में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस तीनों पार्टियां जोड़-तोड़ में जुटी हुई हैं. शिवसेना लगातार कह रही है कि राज्य का अगल मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा.


चंद्रकांत पाटिल ने क्या बयान दिया है?


चंद्रकांत पाटिल ने कहा है, ‘’बीजेपी को 14 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है. हमारे पास कुल मिलाकर 119 विधायकों की संख्या है. इसी वजह से देवेंद्र फडनवीस ने कहा कि हमारे बिना सरकार नहीं बन सकती.’’ उन्होंने कहा, ‘’बीजेपी सरकार बनाने का ही विश्वास जताया है. हमारी किसी के साथ चर्चा नहीं लेकिन हम ही स्थिर सरकार देंगे.’’


मुख्यमंत्री पद को लेकर एनसीपी ने दिया बड़ा बयान


इससे पहले राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर एनसीपी की ओर से भी बड़ा बयान समाने आया. एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने कहा है कि निश्चित रूप से सीएम शिवसेना का होगा. उन्होंने कहा, ‘’ये सवाल बार-बार पूछा जा रहा है कि शिवसेना का सीएम कौन होगा? सीएम के पोस्ट को लेकर ही शिवसेना और बीजेपी के बीच में विवाद हुआ तो निश्चित रूप से सीएम शिवसेना का होगा. शिवसेना को अपमानित किया गया है, उनका स्वाभिमान बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी बनती है.’’


साथ सरकार बनाने की कोशिश कर रही हैं तीनों पार्टियां


बता दें कि सरकार गठन की कोशिशों के तौर पर हिंदुत्व विचारधारा का समर्थन करने वाली शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने की कोशिश कर रही है. पिछले महीने हुए विधानसभा चुनावों में उसने इन पार्टियों के खिलाफ चुनाव लड़ा था.


शिवसेना ने छोड़ा एनडीए का साथ


सत्ता में साझेदारी को लेकर बीजेपी-शिवसेना में मनमुटाव होने के बाद गठबंधन सहयोगी अलग हो गए और शिवसेना ने एनडीए का साथ छोड़ दिया. विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी बीजेपी ने बहुमत नहीं होने का हवाला देते हुए सरकार बनाने का दावा पेश करने से इनकार कर दिया. उसके बाद राज्यपाल ने दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना और उसके बाद एनसीपी को सरकार बनाने का न्योता दिया, लेकिन दोनों दल समर्थन पत्र पेश करने में नाकाम रहे. बाद में राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया.


145 के बहुमत के आंकड़े तक कौन पहुंचेगा?


गौरतलब है कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी 105 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी लेकिन 145 के बहुमत के आंकड़े से दूर रह गई. बीजेपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने वाली शिवसेना को 56 सीटें मिलीं. वहीं एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की.


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