मुंबई: महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब के खिलाफ भी सीबीआई जांच की मांग की है.
चंद्रकांत पाटिल ने आरोप लगाया है कि सचिन वाजे ने एनआईए के सामने हाथ से लिखकर चिट्ठी दी है कि वो अजित पवार को भी घूस पहुंचा रहा था. पाटिल ने अजित पवार पर वाजे केस में सौ करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया.
कुछ दिनों पहले बीजेपी के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई थी. उसमें चंद्रकांत पाटिल की तरफ से प्रस्ताव पारित किया गया था और सर्वसहमति से उस प्रस्ताव को पास किया गया. इस प्रस्ताव में साफ तौर पर ये मांग की गई थी कि अजित पवार को लेकर सचिन वाजे ने एनआईए को जो पत्र लिखा है उसमें इस बात का जिक्र किया है कि दर्शन नाम के एक व्यक्ति ने अजित पवार के जरिए सचिन वाजे से गुटका मामले में गैरकानूनी तरीके से वसूली करने का टारगेट दिया था. इस बात का जिक्र पत्र में खुद सचिन वाजे ने किया. प्रस्ताव में कहा गया कि ऐसे में सचिन वाजे के कहने पर अगर सीबीआई की जांच अनिल देशमुख के खिलाफ हो सकती है तो फिर अजित पवार के खिलाफ भी सीबीआई की जांच होनी चाहिए.
सीबीआई जांच में क्या है अड़चन?
दरअसल, महाराष्ट्र सरकार ने एक कानून पास किया हुआ है. इसके तहत महाराष्ट्र में अगर किसी भी तरह की सीबीआई जांच करनी होगी तो इसके लिए महाराष्ट्र सरकार से इजाजत लेनी होगी. देखना दिलचस्प होगा कि अगर सीबीआई जांच के आदेश होते हैं तो क्या ये कार्रवाई यहां पर हो पाएगी?
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