मुंबई: महाराष्ट्र में मंदिर खोलने को लेकर आज विपक्षी पार्टी बीजेपी ने मुंबई में विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन मुंबई के प्रसिद्ध मंदिर सिद्धिविनायक के बाहर किया गया जहां सैकड़ों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता उद्धव ठाकरे की सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे और नारेबाजी की.
कई बीजेपी कार्यकर्ता हिरासत में लिए गए
इस प्रदर्शन में विरोधी पक्ष और प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण दरेकर मौजूद थे. कोरोना काल मे लंबे समय से राज्य में बंद पड़े धार्मिक स्थल को खोलने को लेकर बीजेपी द्वारा यह प्रदर्शन किया गया. सिद्धिविनायक मंदिर के बाहर प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने आक्रोश में आकर जबरन मंदिर के घुसने की कोशिश भी की जिसे देख मुंबई पुलिस ने कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया.
राज्य में मंदिरों को खोलने को लेकर बीजेपी द्वारा की जा रहा मांग को लेकर एबीपी न्यूज़ ने मुंबई के प्रमुख मंदिरों से बात की और जानने की कोशिश की कि आखिर मंदिर प्रशासन का इस मंदिर खोलने के पक्ष में है?
सरकार के फैसले का इंतजार
मुंबई के प्रमुख मंदिर सिद्धिविनायक, बाबुलनाथ और मुंबा देवी मंदिर प्रशासन ने बताया कि उन्हें महाराष्ट्र सरकार के फैसला का इंतजार है. सभी प्रमुख मंदिरों का कहना है कि यदि महाराष्ट्र सरकार मंदिर खोलने को लेकर एसओपी जारी करती है तो हम मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोलने को तैयार है.
मंदिरों को खोलना एक बड़ी चुनौती
मंदिर प्रशासन का कहना है कि हम महाराष्ट्र सरकार के आदेश का इंतज़ार कर रहे है. कोरोना काल मे मंदिर खोलना सभी मंदिरों को लिए एक बड़ी चुनौती होगी. इसके लिए सभी को खूब तैयारी करनी होगी क्योंकि मॉल और मंदिर में अंतर है. मंदिर में भक्त हज़ार की संख्या में नहीं बल्कि लाखों की संख्या में आते है. ऐसे में अगर मंदिर बिना किसी तैयारी के खोले जाते हैं तो कोरोना का संकट गहरा सकता है.
भक्तों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते
सभी मंदिर प्रशासन का कहना है कि हम इंतज़ार करने को तैयार हैं. हम भक्तों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते है. जब तक महाराष्ट्र सरकार हमें आदेश नहीं देती है तब तक हम कुछ नही करेंगे.