Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र में नए 18 मंत्रियों में से 17 पहले भी रह चुके हैं मंत्री, एक भी महिला नहीं
Maharashtra Cabinet: महाराष्ट्र में नई सरकार बनने के 40 दिनों बाद कैबिनेट विस्तार हो गया है. नए मंत्रियों में बीजेपी और शिंदे गुट दोनों के लोग शामिल है.
Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र (Maharashta) में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की अगुवाई वाली सरकार के मंगलवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार (Maharashtra Cabinet Expansion) में शामिल 18 सदस्यों में से 17 पहले भी मंत्री रह चुके हैं. मंगलवार को कुल नए 18 मंत्रियों ने शपथ ली जिनमें एक भी महिला शामिल नहीं है. एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार के मंगलवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल 18 सदस्यों में से 17 पहले भी मंत्री रह चुके हैं. राज भवन में हुए समारोह में 18 मंत्रियों ने शपथ ली है, जिनमें से महज एक सदस्य पहली बार मंत्री बना है. मंत्रिमंडल में किसी भी महिला को शामिल नहीं किया गया है.
नए मंत्रियों में शिवसेना के संजय राठौड़ शामिल हैं, जो उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार में वन मंत्री थे तथा भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक महिला की आत्महत्या के लिए उन पर आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (63) शामिल हैं, जो दो बार पार्षद रह चुके हैं तथा पश्चिमी महाराष्ट्र से विधायक हैं. वह 2014-19 के दौरान राजस्व एवं लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मंत्री थे.
गिरीश महाजन (62) उत्तरी महाराष्ट्र से भाजपा नेता हैं और उन्होंने छह बार विधानसभा चुनाव जीता है. उन्हें उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का करीबी माना जाता है. राधाकृष्ण विखे पाटिल (63) अहमदनगर जिले से सात बार के विधायक हैं. वह 2014-19 के दौरान कांग्रेस में रहते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता थे लेकिन 2019 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते. सुधीर मुन्गंतीवार (60) विदर्भ के चंद्रपुर जिले से छह बार विधायक चुने गए हैं. 2014-19 के दौरान वह वित्त एवं वन मंत्री थे.
भाजपा के ही रवींद्र चह्वाण (51) ठाणे जिले से तीन बार के विधायक हैं. वह 2014-19 के दौरान राज्य मंत्री रह चुके हैं. विजयकुमार गावित (67) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) छोड़कर 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे. वह पांच बार विधायक बन चुके हैं. वह उत्तरी महाराष्ट्र के नंदरबार जिले से आते हैं. अतुल सावे (60) मराठावाड़ा (औरंगाबाद जिला) से भाजपा के दो बार के विधायक हैं. वह राज्य में पहले मंत्री रह चुके हैं.
मंगल प्रभात लोढ़ा (66) मुंबई से भाजपा के पांच बार विधायक रह चुके हैं. वह पार्टी की मुंबई इकाई के अध्यक्ष भी हैं. प्रतिष्ठित बिल्डर लोढ़ा ने 2014 के विधानसभा चुनाव में अपनी संपत्ति 441 करोड़ रुपये बतायी थी और राज्य के सबसे अमीर विधायक हैं. शिवसेना के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बागी गुट के विधायकों में नौ सदस्यों ने मंत्री पद की शपथ ली है. इनमें उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव जिले से शिवसेना के चार बार के विधायक गुलाबराव पाटिल (56) शामिल हैं. वह उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार में मंत्री थे.
उदय सामंत (46) रत्नागिरी जिले से शिवसेना के चार बार के विधायक हैं. वह एमवीए सरकार में मंत्री थे. शिवसेना के संदीपन भुमरे (59) पांच बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं और वह मराठावाड़ा के औरंगाबाद जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं. वह पूर्ववर्ती सरकार में कैबिनेट मंत्री थे. उत्तरी महाराष्ट्र के नासिक जिले से शिवसेना के चार बार के विधायक दादा भुसे (58) एमवीए सरकार में मंत्री थे. सातारा जिले से शिवसेना के तीन बार के विधायक शंभुराज देसाई (55) एमवीए सरकार में कनिष्ठ मंत्री थे.
संजय राठौड़ (51) यवतमाल जिले से चार बार शिवसेना के विधायक रहे हैं. उस्मानाबाद जिले से शिवसेना के विधायक तानाजी सामंत (58) विधान परिषद के पूर्व सदस्य और पूर्व मंत्री हैं. अब्दुल सत्तार (54) मराठावाड़ा से तीन बार के विधायक हैं. वह पहले दो कार्यकाल में कांग्रेस के साथ थे और 2019 में शिवसेना में शामिल हो गए थे. दीपक केसरकार (67) शिवसेना के तीन बार के विधायक हैं. वह सिंधुदुर्ग जिले से आते हैं तथा पहले भी राज्य के मंत्री रह चुके हैं.