मुंबई: महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार की स्थिति साफ नहीं हुई है. सूत्रों का कहना है कि 30 दिसंबर तक मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. उद्धव ठाकरे को शपथ लिए हुए एक महीना होने को है और अब तक राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हुआ है.
नागपुर में हुए विधानसभा सत्र के दौरान शरद पवार ने 21 दिसंबर को कहा था कि अगले दो से तीन दिन में मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा. 24 दिसंबर की तारीख तय की गई, लेकिन 23 दिसंबर की रात तक दिल्ली गए महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता ने मंत्रिमंडल के लिए अपने नेताओं के नाम नहीं दिए. जिससे 24 तारीख भी चली गई. बताया जा रहा है कि कांग्रेस की सबसे बड़ी मुश्किल दो पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण को मंत्री पद देना है. कांग्रेस आलाकमान अशोक चव्हाण को मंत्री पद तो पृथ्वीराज चव्हाण को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहती है, लेकिन पृथ्वीराज ये मानने को तैयार नहीं हैं. वहीं कांग्रेस के नेता मंत्री पद के लिए जोरदार लॉबिंग कर रहे हैं.
आपको बता दें कि यशोमती ठाकुर और अमित झनक और सुनील केदार के बीच मंत्री पद को लेकर मुकाबला है. वहीं पश्चिम महाराष्ट्र में सतेज पाटील और विश्वजीत कदम के बीच मुकाबला है. वहीं अमीन पटेल का असलम शेख से मंत्री पद को लेकर मुकाबला है. विजय वडदेतीवर का अमित देशमुख से मंत्री पद को लेकर मुकाबला है. वहीं शिवसेना ने गृह मंत्रालय एनसीपी को दे दिया है लेकिन एनसीपी शिवसेना से नगरविकास मंत्रालय भी चाहती है. साथ ही एनसीपी अजित पवार को गृह मंत्री बनाने को लेकर भी असमंजस में है. मंत्रिमंडल विस्तार में विलंब होने को लेकर एक और अजीब कारण बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि 26 तारीख को अमावस्या होने के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया जाएगा. 28 दिसंबर को कांग्रेस का मुंबई में स्थापना दिवस का बड़ा कार्यक्रम है. इसीलिए 30 दिसंबर की एक नई तारीख सामने आई है.
ये भी पढ़ें-
मनीष सिसोदिया ने की कंगना रनौत के बयान की निंदा, बोले- मजदूर भी देता है टेक्स
बुर्किना फासो में बड़ा आतंकी हमला, 35 आम नागरिकों की मौत, 80 आतंकी भी ढेर