Maharashtra Cabinet Extension: कब होगा महाराष्ट्र के मंत्रिमंडल का विस्तार? अजित और फडणवीस के साथ मीटिंग के बाद सीएम शिंदे का ऐलान
Maharashtra Government: उद्धव ठाकरे की टिप्पणी को लेकर सीएम शिंदे ने कहा कि कुर्सी के लालच में सब कुछ भूल जाना, यह सब तो उन्होंने किया है, उन्हें देवेंद्र फडणवीस के बारे में बोलने का क्या अधिकार है.
Maharashtra Cabinet: महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी विधायकों के शामिल होने के बाद जल्द ही कैबिनेट विस्तार किया जाएगा. देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार (11 जुलाई, 2023) को देर रात मीटिंग की थी, जिसके बाद उन्होंने यह ऐलान किया है. दोनों डिप्टी सीएम के साथ उनकी लगातार यह दूसरे दिन की बैठक थी.अजित पवार समेत एनसीपी के 9 विधायक दो हफ्ते पहले ही महाराष्ट्र सरकार में शामिल हुए हैं. हालांकि, उसके बाद से कई विधायकों की शरद पवार के गुट में वापसी हो चुकी हैं. अब तक तीन विधायक भतीजे के गुट से चाचा के खेमे में जा चुके हैं.
तीन विधायकों ने छोड़ा अजित का साथ
अजित पवार गुट के तीन विधायक शरद पवार के खेमे में वापसी कर चुके हैं. इनमें मरकंद जाधव पाटिल, रामराजे नाईक-निंबालकर और दीपक चव्हाण शामिल हैं. वहीं, एनसीपी विधायक किरण लामहाटे अजित के कैंप में आ गए हैं. एनसीपी में टूट के बाद पहले उन्होंने अजित का हाथ थामा था, लेकिन दो दिना बाद ही शरद के पास चले गए और फिर से पलटी मारकर अजित पवार गुट में शामिल हो गए हैं.
इस दौरान, शिंदे ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर उद्धव ठाकरे की टिप्पणी की भी निंदा की. उन्होंने कहा, "उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस पर जो टिप्पणी की है वह निंदनीय है. 2019 में लोगों से विश्वासघात करना, बालासाहेब के विचारों को त्याग कर कुर्सी के लालच में सब कुछ भूल जाना, यह सब तो उन्होंने (उद्धव ठाकरे) किया है, उन्हें देवेंद्र फडणवीस के बारे में बोलने का क्या अधिकार है?"
उद्धव अपने बयान पर कायम
वहीं, उद्धव अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने फडणवीस को नागपुर का कलंक बताते हुए टिप्पणी की थी, जिसके बाद जुबानी जंग शुरू हो गई. ठाकरे ने अपने बयान पर कायम रहते हुए कहा कि उन्होंने फडणवीस के लिए जो भी कहा है वह सही है क्योंकि उन्होंने उन लोगों के साथ ही सरकार बना ली जिन पर वह घोटाले का आरोप लगाते रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर कलंक लगाने वाले लोग जब उनके साथ ही सरकार बना लें जिन पर वह आरोप लगा रहे थे तो आखिर वह उनको और क्या कहें.
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