महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण के कई दिनों बाद विभागों का बंटवारा शनिवार (21 दिसंबर 2024) को हो गया है. एकनाथ शिंदे को तीन मंत्रालय दिए गए हैं. जिसमें शहरी विकास, आवास और सार्वजनिक निर्माण विभाग शामिल हैं. एकनाथ शिंदे ने गृह विभाग की भी मांग की थी लेकिन बीजेपी ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह शिवसेना को गृह विभाग नहीं देंगे.
मुख्यमंत्री पद और विभाग के मतभेद को सुलझाने के लिए दिल्ली में अमित शाह के घर हुई बैठक में एकनाथ शिंदे, अजित पवार और देवेंद्र फड़णवीस तीनों मौजूद थे, लेकिन तब भी यही तय हुआ था कि बीजेपी गृह विभाग अपने पास रखेगी. इसके साथ ही ये तय हो गया कि बीजेपी एक बार फिर से महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े भाई की भूमिका में रहना चाहती है और इसकी छाप कैबिनेट आवंटन में भी दिख रही है.
सीट बंटवारे से लेकर विभागों के आवंटन तक में बीजेपी बनी 'मोटा भाई'
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सीट बंटवारे में भी बीजेपी ने महायुति में शामिल एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी को खुद से कम सीटें ही दी थीं. यहां भी बीजेपी ने खुद को बड़ा भाई साबित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी. एकनाथ शिंदे के साथ ढाई साल की सरकार हो या उद्धव ठाकरे के साथ पिछली सरकार, दोनों में ही बीजेपी ने मंत्रालयों पर अपना सिक्का चलाया था.
शिवसेना को कौन से मंत्रालय मिले?
सीएम देंवेद्र फडणवीस ने गृह विभाग अपने पास रखा है. इसके अलावा गृह, ऊर्जा (नवीकरणीय ऊर्जा को छोड़कर), कानून और न्यायपालिका, सामान्य प्रशासन विभाग, सूचना और प्रचार भी सीएम देंवेद्र फडणवीस के पास ही है. वहीं शिवसेना के गुलाब राव पाटिल को पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय पेयजल मिला है. जबकि दादा भुसे को स्कूली शिक्षा विभाग, संजय राठौर को जल एवं भूमि सरंक्षण विभाग, उदय सावंत को इंडस्ट्रीज और मराठी भाषा विभाग और शंभूराज देसाई को टूरिज्म, खनन विभाग दिया गया है.
एनसीपी को क्या मिला?
डिप्टी सीएम अजित पवार ने एनसीपी की ओर से वित्त, सहकारिता, कृषि, स्वास्थ्य और उच्च शिक्षा, साथ ही खाद्य एवं औषधि प्रशासन और महिला एवं बाल कल्याण विभाग मांगे थे. डिप्टी सीएम अजित पवार को वित्त, प्लानिंग और स्टेट एक्साइज विभाग मिले हैं.
वहीं एनसीपी के माणिकराव कोकाटे को कृषि विभाग, हसन मुश्रीफ को मेडिकल एजुकेशन, धनंजय मुंडे को खाद्य, सिविल सप्लाइ एवं कंज्यूमर प्रोटेक्शन विभाग दिए. दत्तात्रय भरणे को खेल एवं युवा कल्याण, अल्पसंख्यक विकास और औकाफ और अदिति तटकरे को महिला एवं बाल कल्याण विभाग दिए हैं. वहीं प्रताप सरनाईक को परिवहन विभाग मिला है.
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