Maharashtra: एकनाथ शिंदे ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने का किया ऐलान, उद्धव सरकार के फैसले को बताया गैरकानूनी
Maharashtra Cabinet: इससे पहले सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा था कि, जब उद्धव ठाकरे ने ये ऐलान किया था तो उनकी सरकार अल्पमत में थी, इसीलिए इस पर हम फैसला लेंगे.
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Maharashtra Cabinet: महाराष्ट्र के नए सीएम एकनाथ शिंदे ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने का ऐलान किया है. उन्होंने बताया है कि महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने का फैसला किया गया है. साथ ही नवी मुंबई एयरपोर्ट का नाम बदलकर डीबी पाटिल एयरपोर्ट किया गया है. हालांकि पहले ही उद्धव ठाकरे सरकार ने ये फैसला ले लिया था, लेकिन अब इसे गैरकानूनी बताते हुए एकनाथ शिंदे ने दोबारा कैबिनेट से इसे पारित करवाया है.
उद्धव ठाकरे ने किया था ऐलान
बता दें कि इससे पहले पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के इन शहरों और एयरपोर्ट का नाम बदलने का ऐलान किया था. ये ऐलान तब हुआ था जब एकनाथ शिंदे के साथ करीब 40 विधायक गुवाहाटी पहुंच चुके थे और उद्धव सरकार गिरने वाली थी. इसके कुछ ही घंटे बाद उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा भी दे दिया था. इसीलिए एकनाथ शिंदे ने सीएम बनने के बाद अब खुद कैबिनेट बैठक कर इस फैसले पर मोहर लगाई है और कहा है कि पहले लिया गया फैसला अमान्य था.
इससे पहले एकनाथ शिंदे ने कहा था कि उद्धव ठाकरे ने ये फैसला नहीं लिया था, बल्कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ने कई दशक पहले औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने का ऐलान किया था. औरंगाबाद का नाम मुगल बादशाह औरंगज़ेब के नाम पर रखा गया है.
बगावत को लेकर शिंदे का जवाब
बता दें कि शिंदे ने शिवसेना से बागवत के बाद बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई है और खुद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं. इसे लेकर शिंदे कहा कि, उन्होंने शिवसेना के नेतृत्व के खिलाफ बगावत पार्टी और इसके कार्यकर्ताओं को बचाने के लिए की. उन्होंने कहा, “तीन दलों के गठबंधन वाली सरकार में हमारा मुख्यमंत्री होने के बावजूद हमें राजनीतिक रूप से कुछ नहीं मिला. हम नगर पंचायत चुनाव में चौथे स्थान पर रहे.” शिंदे ने दावा किया कि राज्य के लोगों ने विद्रोह करने के उनके फैसले को स्वीकार किया है, क्योंकि यह राज्य के हित में था.
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