मुंबई पुलिस के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे. इसके बाद हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने प्राथमिक जांच कर अनिल देशमुख व अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला और अपने पद के दुरुपयोग का मामला दर्ज कर लिया था और जांच कर रही है य सीबीआई का जांच का दायरा ना केवल अनिल देशमुख पर लगे आरोपों तक सीमित है बल्कि अनिल देशमुख के बेटों के कंपनियों और उसमें निवेश भी जांच के घेरे में है.


अनिल देशमुख के दो बेटों की कंपनियां सीबीआई के जांच के दायरे में


CBI सूत्रों के मुताबिक़, अनिल देशमुख के दो बेटों सलिल देशमुख और हृषिकेश देशमुख की स्वामित्व वाली आधा दर्जन से अधिक फर्मों में से एक कोलकाता की कंपनी है जो केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की जांच के दायरे में आई है. सूत्रों के मुताबिक, कोलकाता की कंपनी एक ऐसे पते से चल रही है जो शेल कंपनियों का एक हॉटस्पॉट है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक़, देशमुख के बेटों सलिल देशमुख और हृषिकेश देशमुख के स्वामित्व वाली कंपनियों के वित्तीय रिकॉर्ड की जांच की जा रही है, जिसमें कोलकाता स्थित Zodiac Dealcom प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल है.


 CBI सूत्रों ने बताया कि Zodiac Dealcom प्राइवेट लिमिटेड का पंजीकृत पता 9/12 लाल बाजार, ब्लॉक ई, सेकंड फ्लोर, कोलकाता है. यह एक ब्रिटिश जमाने की इमारत है जिसे मर्केंटाइल बिल्डिंग्स कहा जाता है. जिसे 2017 में केंद्र सरकार द्वारा शेल कंपनियों और काले धन पर कार्रवाई के दौरान नियुक्त एक टास्क फोर्स द्वारा 400 से अधिक शेल कंपनियों के हॉटस्पॉट के रूप में पहचाना गया था. हालांकि बाद में इन शेल कंपनियों की एक संख्या को कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) द्वारा बंद कर दिया गया था.


RoC के मुताबिक 100 से ज्यादा कंपनिया एक ही इमारत में सक्रिय


रजिस्ट्रार ऑफ़ कंपनीज़ (RoC) के रिकॉर्ड बताते हैं कि उनमें से 100 से अधिक अभी भी एक ही इमारत से सक्रिय हैं. इनमें से कम से कम 30 सक्रिय फर्मों के पास Zodiac Dealcom के समान पते पर अपना पंजीकृत कार्यालय है. रिकॉर्ड से पता चलता है कि मार्च 2019 तक, ज़ोडियाक डीलकॉम का स्वामित्व चार फर्मों - आयती जेम्स प्राइवेट लिमिटेड, कंक्रीट रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, अटलांटिक विस्टा रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड और कंक्रीट एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड जो सलिल देशमुख, ऋषिकेश देशमुख और देशमुख परिवार के सदस्यों के अधीन था. इन कंपनियों का वित्तीय लेनदेन शक के घेरे में हैय


परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं


गौरतलब है कि, 20 मार्च 2021 को परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे आठ पन्नों के पत्र में आरोप लगाया कि देशमुख ने मुंबई में 1,750 बार और रेस्तरां से 40-50 करोड़ रुपये सहित हर महीने 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने के लिए निलंबित एपीआई सचिन वेज को कहा था . इसी मामले को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट कोर्ट में दायर याचिका पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने CBI जांच के आदेश दिए थे. अब सीबीआई अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही है जिनपर कथित रूप से "सार्वजनिक कर्तव्य के अनुचित और पद के दुरुपयोग का आरोप है.


सीबीआई जांच को लेकर देशमुख परिवार की प्रतिक्रिया नहीं आई सामने


 एजेंसी देशमुख द्वारा तबादला करने, राज्य में पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग और अधिकारियों के प्रदर्शन को प्रभावित करने के आरोप का जांच कर रही है. सीबीआई द्वारा अनिल देशमुख के बेटों की कंपनियों की जांच के बारे में अनिल देशमुख या उनके दोनो बेटों की प्रतिक्रिया सामने नही आई है. अनिल देशमुख, सलिल देशमुख या हृषिकेश देशमुख की प्रतिक्रिया उपलब्ध होते ही उनका पक्ष भी रखा जाएगा.


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