महाराष्ट्र: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बोले- कांग्रेस और NCP के अच्छे कामों को मैं गलत नहीं ठहराऊंगा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के कार्यों पर खास टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि वो सत्ता में हैं इसका ये मतलब नहीं उनके अच्छे कामों को गलत बताऊंगा.
मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति इन दिनों गरमायी हुई दिख रही है. वहीं, इस बीच अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के कार्यों पर खास टिप्पणी की है. दरअसल, राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो राजनीतिक रूप से भले ही कांग्रेस पार्टी और एनसीपी के खिलाफ हो लेकिन उनके विचार उनके अच्छे काम के खिलाफ नहीं है.
बता दें, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो राजनीतिक रूप से कांग्रेस पार्टी और एनसीपी के खिलाफ जरूर हैं लेकिन इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं कि वो उनके अच्छें कामों को गलत ठहराएंगें. उद्धव ठाकरे ने अपनी बात को पूरा करते हुए ये कहा कि, ऐसा ना तो उनके विचार हैं और ना ही ना हीं बालासाहेब के ऐसे विचार रहे हैं.
Politically, I have been against Congress and NCP (Nationalist Congress Party) but this doesn't mean that I will call out their good work in the Govt, wrong. Neither I nor Balasaheb have thought this: Maharashtra CM Uddhav Thackeray (13.07) pic.twitter.com/zmHRvsInJW
— ANI (@ANI) July 13, 2021
सीएम उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार मेरी निगरानी कर रहे हैं- पटोले
आपको बता दें, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख पटोले आए दिन ठाकरे सरकार में सत्ता की साझेदार शिवसेना और एनसीपी पर निशाना साधते रहते हैं. जिससे सियासी हलकों में चर्चा छिड़ जाती है कि ठाकरे सरकार के घटक दलों में मतभेद है और सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है.
पटोले की ओर से ताजा विवाद तब खड़ा हुआ, जब उन्होंने हाल ही में लोनावाला में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. पटोले ने कहा कि, सीएम उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार मेरी निगरानी कर रहे हैं. उन्हें पता है कि मैं क्या कर रहा हूं. पटोले का कहना था कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि एनसीपी और शिवसेना डरे हुए हैं. कांग्रेस जमीन पर ताकतवर हो रही है. पटोले ने अजीत पवार पर निशाना साधते हुए ये भी कहा कि वे पुणे के प्रभारी मंत्री हैं लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का काम नहीं करते.
बीजेपी के कार्यकाल में मेरे फोन टेप किए गए- पेटोल
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे अपना गुस्सा सहेजकर रखें ताकि पुणे में कांग्रेस का प्रभारी मंत्री आ सके. जब पटोले के इस बयान पर विवाद हो गया तो उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत संदर्भ में लिया गया. वे बीजेपी पर निशाना साध रहे थे क्योंकि बीजेपी के कार्यकाल में उनके फोन टेप किया जा रहे थे.
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