मुंबई. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महाराष्ट्र दौरे को लेकर विरोधी दल हमलावर है. महराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी सीएम योगी पर निशाना साधा है. ठाकरे ने कहा कि वह राज्य से किसी को ‘जबरन’ कारोबार नहीं ले जाने देंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र को किसी की उन्नति से ‘‘जलन’’ नहीं है, बशर्ते यह निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा के तहत हो.
छोटे कारोबारियों की हिमायत करने वाले एक संगठन आईएमसी की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में ठाकरे ने कहा, ‘‘हम किसी की प्रगति से नहीं जलते. अगर कोई प्रतिस्पर्धा करके प्रगति करता है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अगर आप जबरन कोई चीज ले जाना चाहेंगे तो मैं ऐसा नहीं होने दूंगा और आप (उद्योगपति) भी ऐसा नहीं चाहेंगे.’’
"लोग महाराष्ट्र से जाना भूल जाते हैं"
निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अपने राज्य द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली टैगलाइन ‘मैग्नेटिक महाराष्ट्र’ का उल्लेख करते हुए ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के पास अपनी संस्कृति और संस्थानों की शक्ति है. उन्होंने कहा, ‘‘आज कोई व्यक्ति आ रहा है. वे आपसे भी मुलाकात करेंगे और आपको निवेश करने के लिए कहेंगे, लेकिन उन्हें महाराष्ट्र की आकर्षण क्षमता का पता नहीं है, यह इतना मजबूत है कि लोग यहां से वहां जाना भूल जाते हैं।.’’
ठाकरे ने कहा कि महामारी के कारण अर्थव्यवस्था को झटका लगा, लेकिन अब वह धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है. उन्होंने कहा कि महामारी के कारण बनी स्थिति स्थायी नहीं है और आर्थिक गतिविधियां बहाल हो जाने पर धन प्रवाह भी शुरू हो जाएगा.
बतादें कि योगी मंगलवार को मुंबई पहुंचने वाले हैं. वे यहां उद्योगपतियों और फिल्म जगत की शख्सियतों से मिलेंगे. महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री बॉलीवुड को मुंबई से बाहर ले जाने की साजिश की जा रही है.
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