मुंबई : महाराष्ट्र के नागपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, यहां के सीबीएसई स्कूल में 12वीं के पाठ्यक्रम में शामिल की गई एक किताब में लड़कियों के लिए 'बेस्ट फिगर' बताया गया है. इसमें कहा गया है कि लड़कियों का फिगर '36-24-36' होना चाहिए.


इस किताब के लेखक डाक्टर वीके शर्मा हैं


स्वास्थ्य एवं शारीरिक अध्ययन शीर्षक की इस किताब के लेखक डाक्टर वीके शर्मा हैं. उन्होंने दावा किया है कि 36-24-36 ही लड़कियों के लिए सही शेप है. हालांकि, किताब के नए संस्करण में 'फिगर' शब्द हटा दिया गया है. नए संस्करण में 'ऑवरग्लास(सैंड क्लॉक) शेप' की तुलना लड़कियों के शरीर से की गई है.


इसका वितरण और प्रकाशन रोक रहे हैं


टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार डाक्टर ने अपने दावे के पक्ष में तर्क देते हुए किताब में लिखा है कि यही कारण है कि मिस वर्ल्ड और मिल यूनिवर्स प्रतियोगिताओं में ऐसे बॉडी शेप का ख्याल रखा जाता है. इस बीच किताब के प्रकाशक ने कहा कि वे इसका वितरण और प्रकाशन रोक रहे हैं.


किताब पाठ्यक्रम में शामिल नहीं कर सकता है


महिलाओं के बारे में किताब में ज्यादा जानकारी है लेकिन लड़कों के बारे में भी 'वी' शेप का उल्लेख है. डाक्टर मोहता का कहना है कि 12वीं के विद्यार्थी यदि अभी से इस बारे में पढ़ेंगे तो वे अपने लिए सही शारीरिक स्वास्थ्य की सही दिशा चुन सकेंगे. इस बीच सीबीएससी ने कहा कि उसके द्वारा मान्यता प्राप्त कोई स्कूल नियम 15.1(डी) के अनुसार निजी प्रकाशकों की किताब पाठ्यक्रम में शामिल नहीं कर सकता है.