'बाला साहब नहीं चाहते थे कि...', राज ठाकरे का नाम ले एकनाथ शिंदे ने चुनाव से पहले फोड़ा सियासी बम! कर दिया बड़ा दावा
Maharashtra Assembly Election: सीएम शिंदे ने कहा कि फिलहाल हमारा ध्यान महायुति की सरकार बनाने पर है. उन्होंने कहा कि हमारी टीम काम कर रही है.
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों का अभी ऐलान नहीं हुआ है लेकिन राज्य में सियासी पारा चढ़ना शुरू हो गया है. इस बीच शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर रविवार (18 अगस्त) को गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि उद्धव ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे को दरकिनार कर दिया. उन्होंने कहा कि शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे कभी नहीं चाहते थे कि राज ठाकरे पार्टी छोड़ें.
न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ पॉडकास्ट में सीएम शिंदे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, "कभी-कभी मैं अपने भाषण में कहता हूं कि जब उद्धव ठाकरे ने कहा कि 'लाडली बहन' आई है तो लाडला भाई कब आएगा? वे आएंगे. इसलिए मैं युवाओं के प्रशिक्षण के लिए लाडला भाई को भी लाया लेकिन मैं उनसे कहता हूं कि जब राज ठाकरे उनके साथ थे तो उन्हें राज ठाकरे को छोड़ने की क्या वजह थी?"
'राज ठाकरे शिवसेना को मजबूत करने के थे इच्छुक'
सीएम शिंदे ने आगे कहा कि राज ठाकरे बालासाहेब के साथ काम करते थे. उन्होंने कहा कि राज ठाकरे 1995 के चुनावों की सभी बैठकों में शामिल होते थे. वे उनके बगल में थे. लेकिन जब राज ठाकरे को जिम्मेदारी देने की बारी आई तो उद्धव ठाकरे की मंशा जाग गई. उन्होंने कहा कि पार्टी से निकाले जाने के बाद भी राज ठाकरे शिवसेना को मजबूत करने के लिए और भी इच्छुक थे.
'बाला साहेब ठाकरे की इच्छा नहीं थी कि राज ठाकरे जाएं'
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, 'वह अभी-अभी मुख्यमंत्री बने थे और राज ठाकरे को किनारे कर दिया गया. उनके मुंह से बुलवाया गया और प्रस्ताव पेश हुआ कि उद्धव ठाकरे का कार्याध्यक्ष बनाया गया है. इस तरह उन्हें हटा दिया गया. शिंदे ने कहा कि हटाए जाने के बाद भी राज ठाकरे कहते थे कि मैं इस कमजोर शिवसेना की जिम्मेदारी लूंगा. इसीलिए राज ठाकरे ने साथ छोड़ दिया. बाबा साहेब ठाकरे की इच्छा नहीं थी कि राज ठाकरे जाएं.'
राज ठाकरे गठबंधन में क्यों नहीं हुए शामिल?
जब उनसे पूछा गया कि राज ठाकरे गठबंधन का हिस्सा क्यों नहीं हैं, तो सीएम शिंदे ने कहा, "वे हमारे साथ हैं. पिछली लोकसभा में वे हमारे मंच पर आए थे. अगर हम साथ नहीं लड़ रहे हैं तो वे हमारे खिलाफ भी नहीं हैं. हालांकि, विधानसभा चुनावों को अभी भी समय है. मेरा मतलब है कि राज ठाकरे उस समय इसके हकदार थे. वे ही लोग थे जो काम कर रहे थे."
चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा?
इस दौरान जब सीएम शिंदे से पूछा गया कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा? इस सवाल का जवाब देते हुए सीएम शिंदे ने कहा कि फिलहाल हमारा ध्यान महायुति की सरकार बनाने पर है. सीएम शिंदे ने कहा, "हमारी टीम काम कर रही है. मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस पर हमारा ध्यान नहीं है, हमारा ध्यान महायुति की सरकार बनाने पर है." राज ठाकरे ने लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी-शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गठबंधन को 'बिना शर्त' समर्थन देने की घोषणा की.