नई दिल्लीः मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मराठाओं के आंदोलन की गूंज आज महाराष्ट्र विधानसभा में सुनाई दी. महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि मराठाओं के आरक्षण को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के सामने रखा गया है. आयोग उन्हें आरक्षण देने की संभावनाओं का अध्ययन कर रिजर्वेशन देने पर विचार करेगी.
इसके अलावा देवेंद्र फडणवीस ने एसेंबली में मराठा छात्रों के लिए होस्टल बनाने के लिए जमीन और 5 करोड़ रुपये की अनुदान राशि देने का ऐलान किया. ये राशि हर जिले में महाराष्ट्र सरकार द्वारा दी जाएगी. आज सीएम ने मराठा मोर्चा और सभी राजनीतिक पार्टियों से भी इस आंदोलन को लेकर मुलाकात की थी.
आज मराठा आंदोलन की वजह से मुंबईकरों को काफी परेशानी हुई है. मराठा समुदाय ने मुंबई में आरक्षण समेत अपनी विभिन्न मांगों के लिए ‘सबसे बड़े’ मूक मराठा मार्च का आयोजन किया था. ऐसी पहली रैली पिछले साल 9 अगस्त को औरंगाबाद में निकाली गई थी, उसके बाद से अब तक मराठा समाज महाराष्ट्र के 57 शहरों में शांति मार्च निकाल चुका है.
मराठा समुदाय के लोगों का ये मार्च भायखला में जीजामाता उद्यान से सुबह 11 बजे शुरू हुआ. मराठा क्रान्ति की इस बड़ी रैली में लाखों लोग शामिल हुए. इसमें युवाओं और महिलाओं की भी बड़ी संख्या में भागीदारी दिखी. रैली शाम 5 बजे मुंबई के आजाद मैदान में खत्म होनी थी.
मराठा समुदाय की अन्य मांगे
मराठा समुदाय नौकरी और शिक्षा में 16 फीसदी आरक्षण के अलावा पिछले साल अहमदनगर के कोपर्डी में नाबालिग के गैंगरेप और मर्डर के आरोपियों को फांसी की सजा देने की भी मांग कर रहे हैं. यह मामला अभी कोर्ट में लंबित है.
विभिन्न मराठा समूहों को एकजुट करने वाला सकल मराठा समाज इस कार्यक्रम का आयोजक है. इस मार्च को देखते हुए मुंबई शहर के स्कूल आज बंद रहे जबकि सबअर्बन इलाके के स्कूल खुले रहे. इसके साथ ही मुंबई के डब्बावालों ने भी इस मार्च के समर्थन और इसमें हिस्सा लेने के लिए आज काम नहीं किया.