(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Loudspeaker Row: सीएम उद्धव ठाकरे का राज ठाकरे पर बड़ा हमला, कहा - 'अस्तित्व बचाने के लिए हो रहा ड्रामा'
Raj Thackeray Aurangabad Rally: क्योंकि पिछले कई दिनों से राज्य में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर तीखी बहस छिड़ी है. ऐसे में अब खुद सीएम ठाकरे ने मोर्चा संभाला.
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. एमएनएस चीफ राज ठाकरे इसे लेकर चेतावनी दे रहे हैं और अब औरंगाबाद में एक बड़ी रैली को संबोधित करने वाले हैं. लेकिन इससे ठीक पहले महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने बिना नाम लिए राज ठाकरे पर आरोप लगाया कि वो ड्रामे से अपना अस्तित्व बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
बीजेपी पर लगाया धोखे का आरोप
लोकसत्ता के कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और राजठाकरे को खूब खरी-खोटी सुनाने का काम किया. क्योंकि पिछले कई दिनों से राज्य में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर तीखी बहस छिड़ी है. ऐसे में अब खुद सीएम ने मोर्चा संभाला. सीएम ठाकरे ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि, मैंने अपनी आंखों से देखा है कि आपने समय-समय पर बाला साहेब को कैसे धोखा दिया. वे भोले थे, मैं भोला नहीं हूं. कहते हो मैं तुम्हारे साथ धूर्त व्यवहार कर रहा हूं. हिंदुत्व के नाम पर आप जो कर रहे थे, उससे उन्होंने आंखें मूंद लीं, लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा.
राज ठाकरे पर साधा निशाना
इसके बाद राज ठाकरे को भी सीएम उद्धव ने अपने निशाने पर लिया और कहा कि, ये जन्म से ही अलग-अलग झंडे लेकर चलते हैं. झंडे को इतनी बार क्यों बदलना पड़ता है? हमने कभी झंडा क्यों नहीं बदला चूंकि यह अस्तित्व में नहीं है, इसलिए उन्हें अस्तित्व दिखाने के लिए ऐसा ड्रामा करना होगा, थिएटर दो साल से बंद था, फ्री एंटरटेनमेंट है तो देखते क्यों नहीं? ये बंदर की तरह हिंदू से हिंदू की ओर चल रहे हैं.
लाउडस्पीकर विवाद के बीच रैली
बता दें कि राज ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग शुरू की थी. जिसके बाद ये मुद्दा देशभर में फैल गया है. राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को अल्टीमेटम भी दिया था कि अगर 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं उतारे गए तो वो मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ चलाएंगे. इससे ठीक पहले राज ठाकरे औरंगाबाद में एक बड़ी रैली को संबोधित करने जा रहे हैं. जिसमें वो अपने आगे की रणनीति पर चर्चा कर सकते हैं. विवाद के बीच इस रैली को काफी अहम माना जा रहा है.
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