(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मुंबई के कोविड अस्पताल में आग से 10 लोगों की मौत, CM उद्धव ठाकरे ने मृतकों के परिवारों से मांगी माफी
मुंबई में भांडुप के ड्रीम मॉल में लगी आग की वजह से मॉल में चल रहा सनराइज अस्पताल भी खाक हो गया. उद्धव ठाकरे ने कहा है कि कोरोना की वजह से सनराइज अस्पताल को अस्थायी मंजूरी दी गई थी, इस हादसे के लिए जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मुंबई: महाराष्ट्र के एक कोविड अस्पताल में लगी आग से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हादसे में हुए नुकसान का जायजा लेने आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मौके पर घटनास्थल पर पहुंचे. इस दौरान सीएम ठाकरे ने मृतकों के परिवारों से माफी मांगी है. साथ ही हादसे के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही है.
उद्धव ठाकरे ने कहा, "अगर इसमें किसी की अनदेखी होगी तो कार्रवाई जरूर होगी. जिनकी मौत हुई है उनके परिवारों से मैं क्षमा मांगता हूं. फायर ब्रिगेड ने अच्छा काम किया है. कुछ लोग जो वेंटिलेटर पर थे उन्हें हम नहीं बचा पाए. अस्पताल के नीचे जो ऑफिस या दुकान थी वहां आग लगी और फैल गई."
उद्धव ठाकरे ने ये भी कहा, 'पिछले एक साल से हम कोरोना से लड़ रहे हैं. पिछले साल जब कोरोना की शुरुआत हुई थी तब बैड नहीं थे, ऑक्सीजन की कमी थी, वेंटिलेटर नहीं मिल रहे थे. इस दौरान कई अस्पतालों को कोविड के इलाज के लिए अस्थाई रूप से अनुमति देनी पड़ी थी. इसी अस्पताल को भी अस्थाई रूप से अनुमति दी गई थी. आने वाली 31 मार्च को ये अनुमति खत्म होने वाली थी.'
आग से 70 मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया मुंबई में एक मॉल में स्थित अस्पताल में आग लगने के बाद कोविड-19 के 10 मरीजों की मौत हो गई, वहीं 70 अन्य मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया. भांडुप इलाके में स्थित ड्रीम्स मॉल इमारत में सनराइज अस्पताल में आधी रात के कुछ देर बाद आग लग गई थी. यह अस्पताल चार मंजिला मॉल की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्थित है और जब आग लगी तो उस समय 76 मरीज मौजूद थे जिनमें से ज्यादातर कोविड-19 का इलाज करा रहे थे.
मुंबई में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच यह घटना हुई है. शहर में गुरुवार को संक्रमण के 5,504 नए मामले सामने आए जो इस महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में सर्वाधिक मामले हैं. दमकल की 20 गाड़ियां, पानी के 15 टैंकर और एम्बुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया. आग पर काबू पाने की कोशिश चल रही है.
नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी ने अग्नि सुरक्षा नियमों का कथित उल्लंघन करने को लेकर पिछले साल नवंबर में मॉल को नोटिस भेजा था. एनसीपी के पूर्व सांसद संजय दीना पाटिल ने कहा कि उन्होंने भी बीएमसी आयुक्त को पिछले साल पत्र लिखकर वहां अग्नि सुरक्षा नियमों के उल्लंघन की ओर ध्यान दिलाया था.
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