कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के डर से देश-दुनिया में कई लोग अपने करीबियों से भी दूर हो गए हैं. चाहकर भी अपने करीबियों के पास नहीं जा सकते. वहीं, भारत में कोरोना संक्रमण के बीच एक मां की ममता आ गई. महाराष्ट्र के औरंगाबाद सिविल अस्पताल में एक कोरोना पॉजिटिव मां ने अपने बच्चे को जन्म तो दे दिया, लेकिन उसे एक झलक देखने और बात के लिए तरस गई. मां का कोरोना से संक्रमित होने के कारण डॉक्टरों ने न्यू बॉर्न बेबी को अस्पताल के अलग वार्ड में रखा है. ऐसे में संक्रमित महिला ने वीडियो कॉल पर अपनी बेटी से बात की.


औरंगाबाद सिविल अस्पताल के सर्जन डॉ सुंदर कुलकर्णी ने बताया, सिजेरियन सेक्शन के जरिए 18 अप्रैल को बेबी का जन्म हुआ था. लेकिन मां को कोरोना होने के कारण बच्ची को उससे अलग कर दिया गया. महिला को कोरोना वार्ड में एडमिट है जबकि बच्ची सामान्य वार्ड में है. बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है, जांच में वो कोरोना निगेटिव पाई गई है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में ये दूसरी घटना है, जब किसी कोरोना संक्रमित महिला ने बच्चे को जन्म दिया. वहीं चीन, लंदन, ऑस्ट्रेलिया और मुंबई के बाद दुनिया की पांचवीं घटना है.

महाराष्ट्र में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें
कोरोना संक्रमण से महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित है. इसके अलावा दिल्ली, तमिलनाडु, राजस्थान, मध्य प्रदेश भी वायरस की चपेट में बुरी तरह आ चुके हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में 6430 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं, वहीं 283 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 840 लोग इस बीमारी को मात देकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं. भारत में अब तक कोरोना संक्रमित 718 लोगों की मौत हुई है. कुल 17610 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं.

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, गुरुवार सुबह नौ बजे तक देश में कोरोना के कुल 5,00,542 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है. आईसीएमआर ने कहा कि कुल 4,85,172 व्यक्तियों के परीक्षण किए गए हैं, जिनमें से गुरुवार सुबह तक 21,797 नमूनों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. इस बीच, देश में रैपिड टेस्टिंग को रोका गया है. आईसीएमआर ने राज्यों से कहा कि चीनी किट में खामियां हो सकती हैं, इसलिए अभी रैपिड टेस्ट रोके जाएं.