महाराष्ट्र में नहीं थम रही कोरोना की रफ्तार, सोमवार को 2361 नए केस, पॉजिटिव मामलों की संख्या 70 हजार के पार
राज्य में पिछले 24 घंटे में 76 लोगों की मौत हुई है. अब तक कोविड-19 की वजह से महाराष्ट्र में 2362 लोगों की जान जा चुकी है. इलाज के बाद कुल 30108 लोग रिकवर हुए हैं.
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की रफ्तार नहीं थम रही है. सोमवार को राज्य में कोविड-19 के 2361 नए मामले सामने आए हैं. नए मामलों के सामने आने के बाद राज्य में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 70013 हो गई है. सोमवार को 76 लोगों की मौत हुई है और अब तक इस वायरस की वजह से 2362 लोगों की जान जा चुकी है.
मुंबई में अब तक कुल केस 41099 मामले सामने आ चुके हैं और कुल 1319 लोगों की मौत हुई है. पिछले 24 घंटे में मुंबई में कोरोना वायरस की वजह से 40 लोगों की मौत हुई है. महाराष्ट्र में सोमवार को इलाज के बाद 779 लोग रिकवर हो चुके हैं. अब तक 30108 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं.
मुंबई के धारावी में मई महीने में कोविड-19 के 1400 नये मामले सामने आए
मुंबई में एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्तियों में से एक धारावी में मई महीने के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमण के करीब 1400 नए मामले सामने आए हैं. यह संख्या अप्रैल के मुकाबले 380 प्रतिशत अधिक है जिससे यहां के लोगों की चिंता बढ़ गई है. हालांकि, बृह्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने दावा किया कि स्थिति सुधरी है और संक्रमण फैलने की दर नियंत्रण में है. गौरतलब है कि करीब 6.5 लाख लोग ढाई वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में घनी बस्ती में रहते हैं.
अधिकारी ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन में आ रही परेशानी के अलावा पतली गलियां, छोटे-छोटे घर, अस्वच्छ हालात, सामूहिक शौचालय और अन्य कारण कोविड-19 फैलने का सबसे बड़ा कारण है. अप्रैल महीने में धारावी में कुल 369 मामले सामने आए थे जो मई के अंत संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1771 हो गई. मुंबई में सामने आए कुल संक्रमितों में अकेले 4.4 फीसदी धरावी में आए हैं जो इस झुग्गी बस्ती में संक्रमण की तीव्रता को रेखांकित करता है.
धारावी में मामलों में तेजी के साथ-साथ मौतें भी अधिक हुई है. अप्रैल में धारावी में कोविड-19 से 18 लोगों की मौत हुई थी जबकि मई में 70 लोगों ने अपनी जान गंवाई. मुंबई में कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला 11 मार्च को सामने आया था और इसके 20 दिन बाद एक अप्रैल को धारावी में कोविड-19 का पहला मामला बलिगा नगर में आया, जो प्रशासन के लिए खतरे की घंटी थी.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक धारावी में शुरुआत में संक्रमण की दर धीमी थी और एक पखवाड़े में 100 मामले आए जबकि तीन मई को संक्रमितों की संख्या 500 के पार पहुंच गई. इसके बाद संक्रमण के दर में और तेजी आई और अगले 10 दिन में यानि 13 मई को संक्रमितों की संख्या एक हजार के पार हो गई जबकि 23 मई को संक्रमितों की संख्या 1,500 के भी पार पहुंच गई. हालांकि, बीएमसी के अधिकारियों ने दावा किया है कि धारावी में गत एक हफ्ते में संक्रमण की दर में कमी आई है और 28 और 30 मई को 18-18 नये मामले सामने आए थे. धारावी में सामने आए कुल 1,771 मामलों में सबसे अधिक 243 मामले माटुंगा श्रमिक शिविर इलाके के हैं. वहीं कुंभरवदा और मुकुंद नगर इलाके में क्रमश: 116 और 86 मामले सामने आए हैं.
बीएमसी अधिकारी ने बताया, ‘‘जिन इलाकों में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं उनकी पहचान अधिक खतरे वाले स्थान के रूप में की गई है और घर-घर जाकर लोगों की जांच की जा रही है.’’ सहायक नगर आयुक्त (जी उत्तर जिसमें धारावी आता है) किरण दिघावकर ने बताया कि झुग्गी बस्ती में गत दिनों में स्थितियां सुधर रही हैं और आने वाले दिनों में और सुधार की उम्मीद है. उन्होंने कहा, ‘‘धारावी में मामलों के दोगुने होने की दर 31 दिन हो गई है और मृत्यु दर में भी कमी आई है. शुरुआती 60 मौतें के बाद मौतों में उल्लेखनीय कमी आई है.’’ किरण ने बताया, ‘‘धारावी में मई के पहले पखवाड़े में छह दिनों में संक्रमितों की संख्या दो गुनी हो रही थी जबकि अप्रैल के पहले पखवाड़े में हर दो दिन में मामले दोगुने हो रहे थे.’’