Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में जहां नई सरकार को लेकर हलचल तेज हो गई हो तो वहीं दूसरी तरफ शिवसेना (Shiv Sena) के बागी नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने गुवाहाटी होटल (Guwahati Hotel) के बाहर निकल प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि वे जल्द मुंबई जाएंगे. उन्होंने हिन्दुत्व के मुद्दे पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को घेरते हुए कहा कि हम लोग शिवसेना में हैं और पार्टी को आगे लेकर जाएंगे. इसके साथ ही, अगले कदम के बारे में जानकारी देंगे.


'सभी विधायक मर्जी से आए'


उन्होंने आगे कहा कि केसरकर आपको हमारे अगले कदम के बारे में जानकारी देंगे. हम हिंदुत्व का मुद्दा आगे लेकर जा रहे हैं. जो भी 50 लोग यहां पर हैं, सब अपनी मर्जी से आए हैं. हिंदुत्व की भावना से आए हैं. वे लोग (संजय राऊत/ अनिल देसाई) जो दावा कर रहे हैं कि 20 विधायक हमारे संपर्क में हैं उनके नाम सार्वजनिक करें. कोई भी गलत जानकारी ना दें. 


रिपोर्ट्स के मुताबिक, एकनाथ शिंदे आज मुंबई या फिर दिल्ली रवाना हो सकते हैं. गौरतलब है कि उन्होंने पिछले हफ्ते गुजरात में बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने मुलाकात की थी. इससे पहले, सोमवार को बागी विधायकों को 12 जुलाई तक अयोग्यता को लेकर नोटिस का जवाब देने का समय दिया गया है. खबरों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को लेकर वकीलों से सलाह-मशविरा की है. ऐसा कहा जा रहा है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की ओर से इस हफ्ते मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बहुमत साबित करने के लिए कहा जा सकता है.


'अगले 2 दिनों के भीतर अविश्वास प्रस्ताव'


महाराष्ट्र में सियासी जंग के बीच सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 30 जून को प्रहार पार्टी के दो विधायक महा विकास आघाडी सरकार के खिलाफ अगले 2 दिनों के भीतर अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रहार पार्टी ने इस बाबत राजभवन से वक्त लेने की तैयारी में है. दोनों विधायक फिलहाल अभी शिंदे गुट के साथ गुवाहाटी में हैं.


इधर, एक अन्य शिवसेना के बागी विधायक उदय सामंत ने कहा कि मैं अभी भी शिवसेना में हूं. उन्होंने कहा, 'मैं गुवाहाटी आया हूं क्योंकि पिछले कुछ दिनों से शिवसेना को कमजोर करने की सहयोगियों की साजिश से तंग आ चुका हूं. राज्यसभा चुनाव में संभाजी राजे छत्रपति की उम्मीदवारी को खारिज कर पार्टी ने एक सच्चे शिवसैनिक को राज्यसभा भेजने का फैसला किया, लेकिन सहयोगी दलों ने उन्हें उस चुनाव में भी निर्वाचित होने से रोकने की कोशिश की.


उन्होंने आगे कहा कि इसीलिए शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने हिंदुत्व को आगे बढ़ाने वाले एकनाथ शिंदे के साथ जाने का फैसला किया है. वैसे भी मैं अभी भी शिवसेना में हूं और कोंकण के लोगों को सामान्य शिवसैनिकों को गलत नहीं समझना चाहिए.


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