महाराष्ट्र की सियासी बिसात पर उद्धव की बचेगी कुर्सी या एकनाथ करेंगे खेल? फ्लोर टेस्ट से पहले जानें आंकड़ों का समीकरण
Maharashtra Crisis: महाराष्ट्र में बीते कई दिनों से चले आ रहे इस सियासी खेल के बाद अब ये जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर आंकड़ा किस ओर है?
Maharashtra Crisis: महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के बगावती तेवर के बाद अब उद्धव सरकार मुश्किल मोड़ पर आ खड़ी हुई है. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव सरकार को पत्र लिखकर बहुमत साबित करने को कहा है. जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र में कल फ्लोर टेस्ट होगा. इस दौरान अगर उद्धव बहुमत साबित नहीं कर पाए तो उनकी सरकार गिर जाएगी.
वहीं, इस सब के बीच बीजेपी एक्शन मोड में दिख रही है. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने राज्य में सरकार बनाने की पूरी तैयारी कर ली है. बताया ये भी जा रहा है कि मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात कर फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की थी. उन्होंने राज्यपाल को कहा कि, सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है इसलिए तुरंत मुख्यमंत्री को बहुमत साबित करने के आदेश दिए जाए. जिसके बाद अब कल 11 बजे सदन में फ्लोर टेस्ट होगा.
वहीं, महाराष्ट्र में बीते कई दिनों से चले आ रहे इस सियासी खेल के बाद अब ये जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर आंकड़ा अब किस ओर है? आइये देखते हैं...
आकड़ों के जरिए पूरे गणित को अगर समझा जाए तो महाराष्ट्र विधानसभा की कुल सदस्य संख्या 288 है. वहीं बहुमत का आंकड़ा 144. बीजेपी और देवेंद्र फडणवीस का कैंप बहुमत का आंकड़ा पूरी तरह पार करते हुए दिखाई दे रहा है. बीजेपी के पास इस वक्त 155 विधायकों का समर्थन मिलते हुए दिखाई पड़ रहा है.
बीजेपी बहुमत के आंकड़े का पार दिख रही
बीजेपी के विधानसभा में 106 विधायक हैं. वहीं, उनको 7 निर्दलीयों ने पहले से ही समर्थन दिया हुआ है वहीं, बहुजन विकास अघाड़ी नाम का छोटा दल है जिनके 3 विधायक हैं. इसके अलावा, एकनथा शिंदे गुट के 39 निर्दलीय अगर बीजेपी के साथ आ जाते हैं तो इनके पास 155 विधायक हो जाते हैं जो बहुमत के आकड़ें से अधिक है.
MVA का कुल आंकड़ा 116 तक
वहीं उद्धव ठाकरे की अगर बात की जाए तो शिवसेना के 16 विधायक ही शिवसेना कैंप में दिखाई पड़ रहे हैं. इसके अलावा NCP के पास 53 विधायकों की संख्या है जिनमें से दो विधायक कोविड पॉजिटिव हैं जिस कारण अभी ये साफ नहीं है कि वो वोटिंग के वक्त उपस्थित रहेंगे कि नहीं. कांग्रेस के आंकड़े पर नजर डालें तो इनके पास 44 विधायक हैं. जिसके बाद MVA का कुल आंकड़ा 116 तक पहुंचता है. वहीं, अब ये देखना महत्वपूर्ण होगा कि, AIMIM के दो विधायक जिन्होंने पहले MVA के पक्ष में वोट करते हैं या नहीं.