महाराष्ट्र साइबर पुलिस के IG यशस्वी यादव ने कहा है कि जो लोग धार्मिक भावनाओं को आहत करने और सांप्रदायिक विवाद को बढ़ाने वाला पोस्ट करते हैं, उन पर महाराष्ट्र साइबर टीम अपनी नजर रख रही है. आगे उनका कहना है यह लोग पहले पोस्ट करते हैं और फिर पोस्ट डिलीट कर देते हैं, कई बार तो ऐसा होता है कि पोस्ट डिलीट करने के बाद भी यह लोग फिर से पोस्ट करते हैं. ऐसे में अब इन लोगों के लिए नई तरकीब निकाली है ऐसे लोगों को सोशल मीडिया के इंबॉक्स में ही CRPC की धारा 149 के तहत नोटिस भेजेंगे. ऐसा इसलिए ताकि, उन्हें पता चले कि उनके सोशल मीडिया पर साइबर पुलिस की नज़र है. वो खुद अपने पोस्ट हटा दें. साइबर पुलिस ने इस तरह से भड़काऊ पोस्ट करने वाले लगभग 400 लोगों को उनके इंबॉक्स में नोटिस भेजी है.
महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने इन सब पर नज़र रखने के लिए 4 स्पेशल टीम बनाई है, जो सोशल मीडिया के पोस्ट पर नज़र रखे हुए है. इनकी यूनिट को “सोशल मीडिया मॉनिटरिंग एंड एनलेसिस यूनिट” नाम दिया गया और इसे करने के लिए कुछ विशेष सॉफ्टवेयर टूल्स का भी इस्तेमाल किया जा रहा हैं. IG यादव ने बताया, पिछले 15 दिनों में सांप्रदायिक पोस्ट में तीन गुना इजाफा देखा गया है, जो बेहद गंभीर विषय है. महाराष्ट्र साइबर ने पिछले चार महीनो में 12 हजार से ज्यादा पोस्ट डिलीट करवाया है. सम्बंधित लोगों में से 300 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है.
अब तक हज़ारों पोस्ट की पहचान
मस्जिद पर लाउडस्पीकर विवाद के बाद से ही सोशल मीडिया पर भी सांप्रदायिक पोस्ट की संख्या बढ़ गई है और इसका परिणाम वर्तमान या भविष्य में राज्य के "लॉ एंड ऑर्डर" पर भी पड़ सकता है. महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने अब तक हज़ारों पोस्ट की पहचान की है और इस तरह के पोस्ट को हटाने के लिए और ऐसे पोस्ट के पीछे रहने वाले लोगों के खिलाफ दो तरह की कार्रवाई की गई है. पहला उस सोशल मीडिया प्लेटफार्म के नोडल अफसरों को लिखकर पोस्ट डिलीट करने के लिए लिखा जा रहा है. इसके अलावा उस प्रोफाइल की सारी जानकारी मंगाकर संबंधित साइबर यूनिट को उन पर एक्शन लेने के लिए कहा जा रहा है.
राज ठाकरे ने मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर को हटाने का दिया था अल्टीमेटम
पिछले दिनों राज ठाकरे ने मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर को हटाने का अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि "नमाज के लिए रास्ते और फुटपाथ क्यों चाहिए? घर पर पढ़िए. प्रार्थना आपकी है, हमें क्यों सुना रहे हो? अगर इन्हें हमारी बात समझ नहीं आती तो आपकी मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा बजाएंगे. राज्य सरकार को हम कहते हैं कि हम इस मुद्दे से पीछे नहीं हटेंगे. आपको जो करना है करो." उन्होंने ये भी कहा कि, "ऐसा कौन सा धर्म है जो दूसरे धर्म को तकलीफ देता है. हम होम डिपार्टमेंट को कहना चाहते हैं कि हमें दंगे नहीं चाहिए. तीन मई तक सभी लाउडस्पीकर मस्जिद से हटने चाहिए, हमारी तरफ से कोई तकलीफ़ नहीं होगी." इसके बाद राज ठाकरे ने रविवार को सभी हिंदुओं से एकजुट होने को कहा था. उन्होंने कहा था कि अगर 3 मई तक सभी लाउडस्पीकर मस्जिदों ने नहीं हटे तो जैसे को तैसा जवाब दिया जाएगा.
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