Maharashtra Dahi Handi Utsav: कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मुम्बई सहित महाराष्ट्र में दही हांडी उत्सव मनाने की परंपरा है. हांलाकि कोरोना के चलते महाराष्ट्र सरकार ने दही हांडी उत्सव मनाने की इजाज़त नहीं दी है. सरकार की चेतावनी के बावजूद बीजेपी और मनसे धूम धाम से दही हांडी उत्सव मनाने के लिए तैयारी कर रहे हैं. महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने दही हांडी उत्सव मनाने पर रोक लगाई है. नियमों का उल्लंघन करने वालो पर कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं. 


बीजेपी प्रवक्ता राम कदम का कहना है, "हिन्दू त्योहारों पर सीएम उद्धव ठाकरे को कोरोना की याद आती है. शिवसेना अब सोनिया सेना बन गई है, जो हिन्दू त्योहारों पर रोक लगा रही है. उद्धव ठाकरे सरकार शराब के ठेके खोल चुकी है, बार और रेस्टोरेंट खुल गए हैं पर हिन्दू विरोधी ठाकरे सरकार मंदिर नहीं खोलना चाहती है. हमारी मांग है कि जिस तरह दोनों डोज़ वैक्सीन लगवाए लोगों को लोकल ट्रेन में यात्रा की इजाजत है, उसी तर्ज पर मंदिर में इजाज़त दी जाए. सरकार कोरोना नियमों को कड़ा करते हुए ऑनलाइन दर्शन की सुविधा श्रद्धालुओं को दे सकती है, पर सरकार देना नहीं चाहती."


बीजेपी के अलावा राज ठाकरे की मनसे भी धूम धाम से दही हांडी उत्सव मनाने की बात कर रही है. मुम्बई और आस पास के इलाकों में मनसे नेताओं को हिरासत में लिया जा रहा है.


मनसे पदाधिकारियों का कहना है कि हम सिर्फ पार्टी प्रमुख राज ठाकरे के आदेश को मानते हैं. मनसे का बड़ा गुजराती चेहरा और पार्टी पदाधिकारी नेता महेंद्र भानुशाली का कहना है कि हम सिर्फ तीन ठाकरे का आदेश जानते और मानते हैं जो दिवंगत बालासाहेब ठाकरे हैं, मनसे प्रमुख राज ठाकरे और मनसे युवा नेतृत्व अमित ठाकरे हैं. सरकार क्या आदेश देती है वो हमारे लिए मायने नहीं रखता.


उन्होंने कहा, "जब कुछ दिनों पहले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के जुहू स्थित घर पर हजारों शिवसेना के कार्यकर्ता दंगा करने पहुंचे तब क्या कोरोना नहीं था ? ऐसे कार्यकर्ताओं से घर से नहीं निकलने वाले सीएम उद्धव खुद मिले." 


मनसे नेताओं को पुलिस द्वारा नोटिस दिया जा रहा है. कुछ नेता और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. वहीं बीजेपी ने सोमवार को राज्य भर में मंदिर खोलने की मांग को लेकर बड़े मंदिरों के बाहर प्रदर्शन किया. पुलिस ने कई नेताओं को हिरासत में लिया. 



नीतीश कुमार की 'पीएम उम्मीदवारी' पर केसी त्यागी बोले- उनमें योग्यता है लेकिन नरेंद्र मोदी उम्मीदवार हैं और रहेंगे


राज की बातः तालिबान ने रखी भारत के सामने मान्यता देने की मांग, जानें क्या है देश का रुख