(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'कहा जा रहा था मुंबई जल उठेगी...' उद्धव और आदित्य ठाकरे पर देवेंद्र फडणवीस का तीखा वार
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे पर जोरदार हमला करते हुए कहा है कि न तो हम उस 32 साल के व्यक्ति से डरते हैं और न उनके पिताजी से.
Devendra Fadnavis On Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र की राजनीति इन दिनों गरमाई हुई है. सरकार में नौकरी का झांसा देकर युवाओं से ठगी के मामले में जांच के आदेश के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने कहा है कि न तो वो आदित्य ठाकरे से डरते हैं और न ही उनके पिताजी से. धोखाधड़ी के मामले में युवा सेना नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे के चचेरे भाई वरुण सरदेसाई के शामिल होने के आरोप हैं.
देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि न तो हम उस 32 साल के व्यक्ति (आदित्य ठाकरे) से डरते हैं और यहां तक कि उनके पिताजी (उद्धव ठाकरे) से. उनकी (उद्धव ठाकरे) नाक के नीचे से 50 लोग साफ हो गए और वो कुछ नहीं कर सके. उन्होंने कहा था कि मुंबई जलेगी, लेकिन माचिस की एक तीली भी नहीं जली.
धोखाधड़ी के मामले में क्या बोले फडणवीस?
इससे पहले, धोखाधड़ी के मामले में देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि यह मामला गंभीर है और सरकार इसकी जांच करेगी. करीब एक सप्ताह पहले फडणवीस ने दिशा सालियन की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) बनाने की घोषणा की थी. महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों ने पिछले सप्ताह एसआईटी के गठन की मांग की थी. वे स्पष्ट रूप से शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के विधायक एवं पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे को निशाना बना रहे थे.
We aren't afraid of the 32-yr-old man (Aaditya Thackeray) & not even his father (Uddhav Thackeray). 50 people were swept from under his (Uddhav) nose & he couldn't do anything. He had said that Mumbai would burn, but not even a matchstick was burnt:Maha Dy CM & BJP's D. Fadnavis pic.twitter.com/wOOW0B6VtS
— ANI (@ANI) December 30, 2022
बीजेपी नेताओं का क्या है आरोप?
बीजेपी के एक नेता ने आरोप लगाया है कि युवकों से कम से कम 10 लाख रुपये लिए गए और उन्हें प्रशिक्षण के लिए गोंदिया भेज दिया गया. गोंदिया में एक स्कूल बनाया गया था और उन्हें वहां प्रशिक्षित किया गया था. प्रशिक्षण के बाद उन्हें नियुक्ति पत्र दिया गया, जिसमें कहा गया था कि उन्हें स्कूल द्वारा प्रशिक्षक के रूप में नियुक्त किया जाएगा.