Maharashtra: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रधान सलाहकार और महाराष्ट्र के पूर्व चीफ सेक्रेटरी सीताराम कुंटे से ED पूछताछ कर रही है. कुंटे आज सुबह करीब 11 बजे पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच में सहयोग करने ED कार्यालय पहुंचे. बता दें, ED की ओर से कुंटे को अब तक दो बार समन भेजे जा चुका है.
ED सूत्रों ने बताया की अनिल देशमुख जब महाराष्ट्र के गृहमंत्री थे और उस समय जो पुलिस अधिकारियों का ट्रांसफर और पोस्टिंग हुई थी उस आधार पर ही कुंटे का बयान दर्ज किया जा रहा है. ED ने इससे पहले गृह विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी कैलाश गायकवाड़ का भी बयान दर्ज किया है.
अनिल देशमुख के खिलाफ विविध धाराओं में मामला दर्ज
आपको बता दें कि, ED ने CBI की FIR के आधार पर PMLA की विविध धाराओं के तहत अनिल देशमुख समेत अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. आरोप है कि पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को देशमुख 100 करोड़ की वसूली का टार्गेट दिया था और यह पैसे उन्हें मुंबई के बार और रेस्टोरेंट से कलेक्ट करने को कहा गया था.
इसके अलावा एजेंसी तत्कालीन राज्य खुफिया विभाग की प्रमुख रश्मि शुक्ला की एक गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधिकारियों के तबादलों और पोस्टिंग में शामिल कथित भ्रष्टाचार की भी जांच कर रही है. इस रिपोर्ट में फोन टेपिंग भी जोड़ा गया था जिसमें कथित तौर से ब्रोकर और दूसरे लोगों के बीच के नेक्सस को उजागर किया गया था.
रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप
रश्मि शुक्ला ने तत्कालीन पुलिस महानिदेशक सुबोध जयसवाल को रिपोर्ट सौंपी. जिसके बाद जयसवाल ने इसे गृह विभाग के तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव कुंटे को भेजी जिससे वो मुख्यमंत्री के साथ इस रिपोर्ट के आधार पर क्या कार्रवाई की जाए इस पर चर्चा कर सके. आरोप है कि सरकार ने इस रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं की जिसके बाद शुक्ला और जयसवाल केंद्र सरकार की प्रतिनियुक्ति (डिप्यूटेशन) का विकल्प चुना.
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