महाराष्ट्र में महायुति सरकार का गुरुवार को शपथ ग्रहण होना है. बताया जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस सीएम पद की शपथ लेंगे, उनके साथ दो डिप्टी सीएम भी शपथ लेंगे. एनसीपी कोटे से अजित पवार का डिप्टी सीएम बनना तय माना जा रहा है. हालांकि, एकनाथ शिंदे पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है.
फडणवीस, अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे के डिप्टी सीएम बनने को लेकर संकेत दिया. उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे शुरू में इस पद को स्वीकार ने के लिए तैयार नहीं थे. इसके बावजूद, उन्हें मनाने में कैसे सफलता मिली, इसका राज फडणवीस ने खुद बताया है.
देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात कर भाजपा, शिवसेना और एनसीपी विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा. उन्होंने कहा, "आज राज्यपाल जी से भेंट कर समर्थन पत्र सौंपे हैं. एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने भी मुख्यमंत्री पद के लिए मेरे नाम की सिफारिश की है." इसके बाद राज्यपाल ने नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया और 5 दिसंबर को शाम 5:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में यह कार्यक्रम आजाद मैदान में होगा.
शिंदे को मनाने का कोशिश
फडणवीस ने कहा, "कल मैं स्वयं एकनाथ शिंदे जी के पास गया और उनसे आग्रह किया कि वे हमारी सरकार का हिस्सा बनें. पिछले ढाई सालों में हमने मिलकर अच्छा काम किया है. हमें भरोसा था कि वे हमारे साथ रहेंगे. सरकार में सबकी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए महाराष्ट्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का फैसला लिया गया है."
शीर्ष नेतृत्व का आभार
फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह और रामदास अठावले सहित भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "मुझे इस अवसर के लिए धन्यवाद देता हूं. महाराष्ट्र की जनता का भी आभार व्यक्त करता हूं. सरकार प्रदेश के विकास के लिए जी-जान से काम करेगी."
एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनाने का निर्णय उनके और फडणवीस के बीच की आपसी समझ और गठबंधन के संतुलन को दर्शाता है. भाजपा और शिवसेना की इस नई सरकार से महाराष्ट्र के विकास को नई दिशा देने की उम्मीद जताई जा रही है.
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