Maharashtra New CM: क्या सीएम की रेस से बाहर हुए शिंदे, अपने समर्थकों से क्यों की ये अपील, पढ़िए लेटेस्ट अपडेट
Maharashtra Chief Minister Race: शिंदे ने एक्स पर कहा कि महायुति गठबंधन की शानदार जीत के बाद, राज्य में एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी. एक महागठबंधन के रूप में हमने एक साथ चुनाव लड़ा और आज भी साथ हैं.
Maharashtra New Chief Minister Race: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर 2024 को घोषित हुए. इसमें बीजेपी की अगुवाई वाले महायुति गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला, लेकिन परिणाम आने के तीन दिन बाद भी यह साफ नहीं हो पाया है कि राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री पद बीजेपी को मिलेगा यह तय हो गया है.
बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना शिंदे गुट के एकनाथ शिंदे के बीच सीएम पोस्ट को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. इन सबके बीच शिंदे ने कुछ ऐसा किया है जिससे वह रेस से बाहर होते दिख रहे हैं. दरअसल, एकनाथ शिंदे ने अपने समर्थकों से सीएम बने रहने की मांग को लेकर दक्षिण मुंबई स्थित उनके आधिकारिक आवास 'वर्षा' पर इकट्ठा न होने का आग्रह किया है.
'हमने साथ चुनाव लड़ा, आज भी साथ हैं'
शिंदे ने एक्स पर कहा, "महायुति गठबंधन की शानदार जीत के बाद, राज्य में एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी. एक महागठबंधन के रूप में हमने एक साथ चुनाव लड़ा और आज भी साथ हैं." उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि वे उनके समर्थन में 'वर्षा' बंगले या किसी अन्य स्थान के बाहर इकट्ठा न हों.
समर्थकों से की मुंबई न आने की अपील
उन्होंने आगे लिखा, "मेरे प्रति प्रेम के कारण कुछ लोगों ने सभी से एक साथ इकट्ठा होने और मुंबई आने की अपील की है. मैं आपके प्यार के लिए बहुत आभारी हूं, लेकिन मैं अपील करता हूं कि कोई भी इस तरह से मेरे समर्थन में एक साथ न आए."
महायुति को मिला है प्रचंड बहुमत
भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में 288 में से 230 सीटें जीतकर शानदार सफलता हासिल की है. फिर भी अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, यह सवाल अनसुलझा है. एकनाथ शिंदे के समर्थकों का तर्क है कि उन्हें उनके नेतृत्व में मिली शानदार जीत का हवाला देते हुए सीएम के रूप में बने रहना चाहिए. दूसरी ओर भाजपा के नेता चाहते हैं कि सीएम उनकी पार्टी से हो... क्योंकि बीजेपी ने यहां अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. भाजपा को 132 सीटें मिलीं हैं, जबकि उसके सहयोगी दलों शिवसेना और एनसीपी को क्रमश: 57 और 41 सीटें मिलीं हैं.
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