नई दिल्ली: महाराष्ट्र में किसानों की हड़ताल का आज दूसरा दिन था. जगह-जगह प्रदर्शन का दौर आज भी दिखा. महाहड़ताल की वजह से महाराष्ट्र में दूध और सब्जियों की किल्लत शुरू हो गई है. जिससे महंगाई बढ़ने लगी है. इस बीच आंदोलनकारियों ने ऐलान किया है कि वो 5 जून को महाराष्ट्र बंद करेंगे.



 



हड़ताल का सबसे ज्यादा असर नासिक में



महाहड़ताल का सबसे ज्यादा असर नासिक में दिख रहा है. जिस लासलगांव मंडी में सिर्फ प्याज ही प्याज दिखता था. वो पूरी तरह से खाली है. इसके अलावा देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सब्जियों की सप्लाई कम होनी शुरू हो गई है. सुबह के वक्त वासी की जिस थोक सब्जी मंडी में पैर रखने की जगह नहीं होती थी वहां सन्नाटा है.



 



असर: मंडियों में बढ़ने लगे सब्जियों के दाम



मंडी में सब्जियों की कमी से कई चीजों के दाम अब बढ़ने लगे हैं. मुंबई की थोक मंडी में एक किलो आलू की कीमत 12 रुपये से बढ़कर 15 रुपये और एक किलो प्याज की कीमत 10 रुपये से बढ़कर 14 रुपये हो गई है. भिंडी के दाम दोगुने हो गए हैं. बैंगन का दाम भी 40 रुपये से बढ़कर 100 रुपये हो गया है.



 



सबसे ज्यादा असर दूध की सप्लाई पर



इस हड़ताल का सबसे बुरा असर दूध की सप्लाई पर पड़ा है. नासिक और नागपुर में दूध की जबरदस्त किल्लत होने लगी है. हड़ताल पर गए किसान दीध की सप्लाई रोक रहे हैं. दूध सप्लाई के लिए जा रहे टैंकरों को रोक कर सारा दूध फैला रहे हैं. हालांकि मुंबई में दूध बिक्री पर हड़ताल का ज्यादा असर अभी नहीं दिख रहा है.



 



सरकार ने बातचीत के लिए बुलाया, किसान लिखित आश्वासन मान रहे



महाराष्ट्र सरकार हड़ताली किसानों को चर्चा के लिए बुला रही है लेकिन वो सरकार से मांगों पर लिखित आश्वासन चाहते हैं. इस हड़ताल के लिए सरकार विपक्ष को जिम्मेदार ठहरा रही है. महाराष्ट्र सरकार की अपील के बावजूद किसान टस से मस होने को तैयार नहीं है.



 



पांच जून को बुलाया महाराष्ट्र बंद



नाराज किसानों ने 5 जून को मुंबई छोड़कर पूरे महाराष्ट्र में बंद का ऐलान का किया है. हडताली किसान सरकारी दफ्तरों, विधायक और सांसद के दफ्तरों पर तालाबंदी भी करेंगे. ऐसे में अगले कुछ दिनों में न सिर्फ सरकार की बल्कि आम जनता की मुसीबत भी बढ़ने वाली है.