महाराष्ट्र: जारी है किसानों का आंदोलन, कहा- नहीं हुई हमारी मांगें पूरी
मुंबई: महाराष्ट्र के कई हिस्सों में किसानों का आंदोलन जारी है जिससे राज्य में सब्जियों की आवाजाही बाधित हो गई है. हालांकि, किसानों के एक गुट ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ बातचीत के बाद हड़ताल खत्म हो गई. दूसरी ओर दोपहर बाद किसान क्रांति मोर्चा के नेता संजय पाटिल घटनेकर ने कहा कि हड़ताल अब भी जारी है.
100 से ज्यादा किसानों को हिरासत में लिया गया: पुलिस
पुलिस ने बताया कि अलग-अलग केंद्रों से आई सूचना के मुताबिक किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और कल रात से अब तक 100 से ज्यादा किसानों को अलग-अलग जगहों से हिरासत में लिया गया.
किसानों के हड़ताल की वजह से मुंबई में सब्जियों की कीमत में उछाल
किसानों का आंदोलन ज्यादा समय तक खिंचने की वजह से मुंबई सहित दूसरे शहरों में सब्जियों और फलों की कीमतों में उछाल देखने को मिला है. नासिक और अहमदनगर जैसे उत्पादन केंद्रों से आपूर्ति में जबर्दस्त गिरावट के कारण कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई है. एक जून से ही किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. वे किसानों का कर्ज माफ करने और बिजली की दरें कम करने जैसी रियायतें मांग रहे हैं.
किसानों के एक समूह ने की सीएम से मुलाकात
अहमदनगर के पुनटम्बे गांव के किसानों के एक समूह ने कल रात मुख्यमंत्री से मुलाकात की और वादा किया कि हड़ताल खत्म कर ली जाएगी. यह वादा उस वक्त किया गया जब मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार उनकी मांगों पर विचार के लिए जरूरी कदम उठाएगी.
सीएम फडणवीस ने किया ट्वीट
फडणवीस ने आज सुबह ट्वीट किया, ‘‘हड़ताल वापस ले ली गई है और अब सरकार के खिलाफ कोई हिंसक प्रदर्शन नहीं होना चाहिए .’’ बहरहाल, दोपहर के बाद किसान क्रांति मोर्चा के नेता संजय पाटिल घटनेकर ने कहा कि हड़ताल अब भी जारी है.
किसानों की हड़ताल खत्म नहीं हुई: किसान क्रांति मोर्चा
किसान क्रांति मोर्चा, जिसके एक प्रतिनिधि ने फडणवीस से मुलाकात की थी, उसके एक सदस्य घटनेकर ने कहा, ‘‘किसानों की हड़ताल खत्म नहीं हुई है. इसके उलट यह आने वाले दिनों में और तेज होगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ, किसान क्रांति मोर्चा के सदस्य के रूप में मुझे कल शाम मुख्यमंत्री के बंगले में आमंत्रित किया गया . मुंबई की तरफ जाते वक्त पुणे ग्रामीण क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों ने मेरी गाड़ी रोक ली और हमें देहू रोड पुलिस थाने ले गए. जब सुबह चार बजे हड़ताल खत्म होने की घोषणा की गई तब हमें पुलिस थाने से जाने दिया गया.’’
सरकार ने किसानों में फूट पैदा करने की कोशिश की: किसान क्रांति मोर्चा
किसान क्रांति मोर्च के सदस्य ने आगे कहा, ‘‘सरकार ने किसानों में फूट पैदा करने की कोशिश की.’’ इस बीच पूरे महाराष्ट्र के किसानों की आलोचना का सामना कर रहे जयाजी सूर्यवंशी ने आज प्रदर्शन खत्म करने को लेकर किसान समुदाय से माफी मांगी. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने गए किसानों के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई सूर्यवंशी ने ही की थी.
आने वाले दिनों में हड़ताल में लाई जाएगी तेजी: महाराष्ट्र किसान सभा
इस बीच महाराष्ट्र किसान सभा ने ऐलान किया कि आगामी दिनों में हड़ताल और तेज की जाएगी. सूर्यवंशी ने कहा, ‘‘हड़ताल सिर्फ अस्थायी तौर पर रोकी गई थी. लेकिन अगर किसान इसे जारी रखना चाहते हैं तो मैं उनके साथ हूं. मैंने गलती की है, लेकिन किसानों से माफी मांगने में हिचकूंगा नहीं क्योंकि मैं उनका बेटा हूं.’’ महाराष्ट्र राज्य किसान परिषद के उपाध्यक्ष अशोक धवाले ने कहा कि हड़ताल खत्म करने का फैसला अकेले दम पर ले लिया गया और यह किसानों के साथ धोखा है.
रास्ता रोको, बंद और तालेबंदी के तौर पर होगा प्रदर्शन: धवाले
धवाले ने कहा, ‘‘राज्य भर में हड़ताल में हिस्सा लेने वाले कुल किसान संगठनों में से महज तीन-चार के प्रतिनिधि कल मुख्यमंत्री से मिलने गए थे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बैठक का परिणाम तो पहले ही तय हो गया था जब सदस्य कृषि राज्य मंत्री सदाभाउ खोट के आधिकारिक आवास पर रात्रिभोज के लिए चले गए थे.’’ धवाले ने कहा कि सूर्यवंशी ने राज्य के किसानों को गुमराह किया और उनमें गलतफहमी पैदा की और महाराष्ट्र किसान परिषद को हड़ताल तेज करने के लिए अन्य संगठनों को जोड़ने में चार दिन का वक्त लगेगा और उस वक्त तक रास्ता रोको, बंद, मोर्चे और तहसील कार्यालयों में तालेबंदी के तौर पर प्रदर्शन होंगे.