महाराष्ट्र फ्लोर टेस्ट: फडणवीस-अजित पवार और कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना में किसका पलड़ा भारी?
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के राज्यपाल को निर्देश दिया है कि वह 27 नवंबर (कल) को राज्य विधानसभा में शक्ति परीक्षण सुनिश्चित करें. अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा.
नई दिल्ली/मुंबई: महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना की मांग को सुप्रीम कोर्ट ने मान ली है और कल तक फ्लोर टेस्ट कराने के आदेश दिए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि 5 बजे तक विधायकों का शपथ हो, उसके तुरंत बाद फ्लोर टेस्ट हो. शीर्ष अदालत ने कहा कि गुप्त मतदान न कराया जाए और पूरी प्रक्रिया का लाइव टेलीकास्ट किया जाए. अब सवाल उठता है कि विधानसभा में किसका पलड़ा भारी है.
सूबे में कुल 288 सीटें हैं और सरकार गठन के लिए 145 विधायकों की जरूरत है. 24 अक्टूबर को आए चुनाव नतीजों के मुताबिक, बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसके पास 105 विधायक हैं. शिवसेना दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है और उसके पास 56 विधायक हैं. एनसीपी तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है और उसके पास 54 विधायक हैं. वहीं चौथी सबसे बड़ी पार्टी है और उसके पास 44 विधायक हैं.
विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना ने गठबंधन तोड़ लिया और शिवसेना ने कांग्रेस-एनसीपी के साथ हाथ मिला लिया. अब तीनों पार्टी की विधायकों को जोर दिया जाए तो कुल विधायकों की संख्या 154 हो जाती है. जो बहुमत के लिए काफी है.
अब एनसीपी में टूट हो चुकी है और अजित पवार अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत कर चुके हैं. 23 अक्टूबर की सुबह को अजित पवार ने बीजेपी को समर्थन देने का एलान किया और उपमुख्यमंत्री पद की कमान संभाली. शपथ ग्रहण के समय उनके साथ एनसीपी के कम से कम 11 विधायक थे. जिसमें से 10 विधायक बाद में शरद पवार के खेमे में लौट आए. अजित पवार ने शपथ लेने के बाद बहुमत साबित करने को लेकर कोई दावा नहीं किया है.
हमारा संविधान: क्या है भारतीय संविधान की विशेषताएं, कैसे दूसरे देशों से है अलग, जानिए
वहीं बीजेपी लगातार दावा करती रही है कि उसके पास 170 विधायक हैं. पार्टी ने अभी तक इसका खुलासा नहीं किया है कि वह कैसे यह दावा कर रही है.
छोटी पार्टियों के और निर्दलीय विधायक महाराष्ट्र में 13 निर्दलीय विधायक चुने गए हैं और छोटे दलों के 16 विधायक हैं. सभी दलों की नजर इन विधायकों पर टिकी है. शिवसेना का दावा है कि इनमें से सात विधायकों का समर्थन हासिल है. वहीं बीजेपी का दावा है कि उसे 14 अन्य विधायकों का समर्थन हासिल है.
दो-दो विधायक एआईएमआईएम और समाजवादी पार्टी के हैं और माकपा, एमएनएस, आरएसपी और स्वाभिमानी पक्ष के एक-एक विधायक हैं.
कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना का शक्ति प्रदर्शन कल कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना के विधायक एक छत के नीचे आए और तीनों दलों ने शक्ति प्रदर्शन किया. इस दौरान एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण समेत कई नेता मौजूद थे. तीनों दलों ने दावा किया कि 162 विधायक हैं और हम देर से ही सही फ्लोर टेस्ट में जीतेंगे.
महाराष्ट्र: कौन होता है प्रोटम स्पीकर, क्या होती है उसकी शक्तियां