महाराष्ट्र फ्लोर टेस्ट: उद्धव ठाकरे बोले- मैं सामने से लड़ने वालों में से हूं, शिवाजी का नाम लेना गुनाह है क्या?
महाराष्ट्र विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर दिलीप वाल्से पाटिल ने बताया कि कुल 169 विधायकों ने विश्वासमत के समर्थन में वोट किया. एक भी वोट विरोध में नहीं पड़ा.
मुंबई: उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली ‘महाराष्ट्र विकास आघाडी’ ने महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वासमत हासिल कर लिया है. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में 169 विधायकों ने मतदान किया. विश्वासमत के विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा. वोटिंग से ठीक पहले 105 विधायकों वाली बीजेपी ने सदन से वॉकआउट कर दिया. वहीं चार विधायकों ने मतदान नहीं करने का फैसला किया.
चार विधायकों में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) से दो विधायक, माकपा के एक विधायक और उद्धव के चचेरे भाई राज ठाकरे नीत महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) का एक विधायक शामिल हैं. 288 सदस्यों वाली सूबे की विधानसभा में बहुमत के लिए 145 विधायकों की जरूरत होती है.
उद्धव का बीजेपी पर निशाना
फ्लोर टेस्ट के बाद सदन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं सामने से लड़ने वालों में से हूं. उन्होंने शपथ के दौरान छत्रपति शिवाजी का नाम लिए जाने को लेकर सवाल उठाए जाने पर कहा कि अगर नाम लेना गुनाह है तो मैं ऐसा गुनाह बार-बार करूंगा.
उन्होंने कहा, ‘‘आप (बीजेपी) उस वक्त हतप्रभ रह गये, जब मैंने छत्रपति शिवाजी (शपथ ग्रहण करते समय) का नाम लिया. मैं बार-बार यह नाम लूंगा. जो अपने माता-पिता का नाम नहीं लेते, उन्हें जीने का कोई अधिकार नहीं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है कि आप छत्रपति शिवाजी और माता-पिता का नाम लेना अपराध मानें.’’
फडणवीस क्या बोले?
इससे पहले बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने सदन में कहा कि इस विधानसभा सत्र का आयोजन नियमानुसार नहीं है. वहीं कार्यवाहक विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वाल्से पाटिल ने फडणवीस के दावों को खारिज करते हुए कहा राज्यपाल की अनुमति के बाद सत्र का आयोजन किया गया. फडणवीस ने भाषण जारी रखा और कहा कि महाराष्ट्र के मंत्रियों का शपथ ग्रहण करना संवैधानिक मानदंडों के अनुरूप नहीं है.
उन्होंने कहा कि भारत में कार्यवाहक अध्यक्ष को कभी नहीं बदला गया तो बीजेपी के कोलम्बकर को पद से क्यों हटाया गया. फडणवीस के दावे पर वाल्से पाटिल ने कहा, राज्य मंत्रिमंडल को कार्यवाहक अध्यक्ष बदलने को ‘‘पूरा अधिकार’’ है. वाल्से पाटिल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार विश्वास मत के लिए खुला मतदान होगा.
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मंत्रियों का कराया परिचय
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य विधानसभा में अपनी कैबिनेट के छह सदस्यों का परिचय कराया. मुंबई के शिवाजी पार्क में 28 नवंबर को ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में छह मंत्रियों एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई (शिवसेना), जयंत पाटिल और छगन भुजबल (एनसीपी) और बालासाहेब थोराट और नितिन राउत (कांग्रेस) ने मंत्री पद की शपथ ली थी. ठाकरे ने विश्वासमत से पहले 14वीं विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान मंत्रियों का परिचय कराया.
महाराष्ट्र विधानसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष के विश्वास मत पर गिनती करने का आदेश देने के बाद बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया. गौरतलब है कि 21 अक्टूबर को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी 105 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. वहीं, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली थी.