महाराष्ट्र में कोरोना बेकाबू, उद्धव सरकार ने जारी की गाइडलाइन, प्राइवेट ऑफिस-थियेटर समेत जानें क्या हैं नए नियम
राज्य के सभी ड्रामा थिएटर्स और ऑडिटोरियम में सिर्फ पचास फीसदी क्षमता के साथ ऑपरेट किया जाएगा. इसके साथ ही, बिना मास्क के इसके अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
महाराष्ट्र में एक बार फिर से बेकाबू हुए कोरोना संक्रमण के बीच उद्धव सरकार ने शुक्रवार को नई गाइडलाइन जारी है. 31 मार्च 2021 के लिए जारी की गई इस गाइडलाइन के मुताबिक राज्य के सभी ड्रामा थिएटर्स और ऑडिटोरियम में सिर्फ पचास फीसदी क्षमता के साथ उन्हें ऑपरेट किया जाएगा. इसके साथ ही, बिना मास्क के इसके अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा. इस दौरान तामपान के मांपने वाले डिवाइस का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि किसी बुखार वाले व्यक्ति को प्रवेश ना दिया जाए.
50 फीसदी क्षमता के साथ थिएटर और ऑडिटोरियम
अलग-अलग जगहों पर पर्याप्त हैंड सेनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी. सभी समय में सभी विजिटर्स को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में स्टाफ सुनिश्चित करना होगा. 15 जनवरी को जारी आदेश के अनुसार, ड्रामा हॉलऑडिटोरियम का इस्तेमाल धार्मिक/सामाजिक/राजनीतिक और सांस्कृतिक सभाओं के लिए नहीं किया जाएगा. अगर इसका उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो कोविड-19 महामारी तक उसे रखना होगा. इसके साथ ही, उल्लंघन पर इसके मालिक पर जुर्माना लगाया जाएगा.
Govt of Maharashtra issues fresh measures applicable till 31st March 2021, in the wake of rise in #COVID19 cases here.
All drama theatres & auditoriums to operate on 50% capacity, no entry to be allowed without proper wearing of masks. All pvt offices to function at 50% capacity pic.twitter.com/HW73jiOjgg — ANI (@ANI) March 19, 2021
प्राइवेट ऑफिस की कैपेसिटी में भी कमी
इसके साथ ही, नई गाइडलाइन के हिसाब से सभी प्राइवेट ऑफिसों को 50 फीसदी क्षमता के साथ चलाना होगा. स्वास्थ्य और अन्य आवश्यक सेवाओं में लगे ऑफिसों के अलावा सभी प्राइवेट ऑफिस को पचास फीसदी क्षमता के साथ चलाना होगा. इसके अलावा, सरकारी और अर्धसरकारी ऑफिसों के मामले में ऑफिस के प्रमुख की तरफ से कोविड-19 प्रोटोकॉल्स का पालन करते हुए कर्मचारियों की मौजूदगी पर फैसलना करना होगा. हालांकि, उत्पादन क्षेत्र पूरी क्षमता के साथ काम करेगा. हालांकि यह सलाह दी गई है कि प्रोडक्शन फ्लोर पर सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए कार्यक्षमता कम किया जा सकता है.
तेजी से बढ़े कोरोना के मामले
महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना वायरस वायरस के 25,833 नए मामले सामने आए जो पिछले साल मार्च से रोजाना के सबसे अधिक मामले हैं. इन नए मरीजों को मिलाकर राज्य में संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 23,96,340 हो गई है. गुरुवार को 58 मरीजों की मौत हो जाने के बाद राज्य में अबतक 53,138 लोग इस वायरस के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं. रोजाना 24,886 मामलों का रिकार्ड पिछले साल 11 सितंबर को सामने आया था.
राज्य में कोविड-19 की दूसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है. केंद्रीय दल ने अपनी रिपोर्ट में ऐसा कहा था. अधिकारी ने बताया कि दिन के दौरान 12,764 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई जिससे स्वस्थ हुए लोगों की कुल संख्या 21,75,565 हो गई है. राज्य में इस समय 1,66,353 मरीज उपचाराधीन हैं. नागपुर शहर में दूसरे दिन कोविड-19 के सबसे अधिक 2,926 मामले सामने आये. इसके बाद मुंबई शहर में 2,877और पुणे में 2,791 मामले दर्ज किये गये. मुम्बई में अबतक के सबसे अधिक नये मामले सामने आये हैं.
इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संभागीय आयुक्तों से कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए घोषित पाबंदियों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है. डिजिटल बैठक में ठाकरे ने कहा कि राज्य में रोजाना मामले बड़ी तेजी से बढ़े हैं लेकिन टीकाकरण अभियान ने भी रफ्तार पकड़ी है. उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले साल इस महामारी के आने के बाद गुरुवार को सर्वाधिक मामले के मद्देनजर जिला प्रशासन संक्रमितों के संपर्क में आने व्यक्तियों की पहचान की गति बढ़ाए, पाबंदियां एवं सुरक्षा नियम लागू करें.’’
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