महाराष्ट्रः उद्धव ठाकरे सरकार का आदेश- मकान मालिक अपने किराएदारों से न लें तीन महीने का किराया
अपने आदेश में उद्धव सरकार ने कहा है कि अगर कोई किराएदार तीन महीने तक किराया नहीं देता है तो उसे मकान मालिक घर से नहीं निकाल सकता है.
मुंबईः कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र के साथ-साथ राज्य सराकर भी पुरजोर कोशिश में जुटी हुई है. इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने लॉकडाउन के कारण फंसे लोगों को लेकर बड़ा एलान किया है. महाराष्ट्र सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि कोई भी मकान मालिक अपने किराएदार से तीन महीनें का किराया न वसूलें.
अपने आदेश में उद्धव सरकार ने कहा है कि अगर कोई किराएदार तीन महीने तक किराया नहीं देता है तो भी उसे मकान मालिक घर से नहीं निकाल सकता है.
राज्य में भारी संख्या में फंसे हुए हैं मजदूर
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है, ''महाराष्ट्र राज्य आवास विभाग ने मकान मालिक को निर्देश दिया है कि वह अपने किराएदारों से तीन महीने का रेंट न वसूलें. इस अवधि में कोई भी मकान मालिक अपने किराएदारों को घरों से बाहर न निकालें.''
उद्धव सरकार ने राज्य में फंसे मजदूरों की संख्या को देखते हुए यह कदम उठाया है. बता दें कि भारी संख्या में दूसरे राज्य के मजदूर यहां काम करने आते हैं.
फंसे हुए हैं मजदूर
लॉकडाउन के कारण मजदूर राज्य के अलग अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं. ऐसे में लॉकडाउन के कारण उनके पास रेंट देने के लिए पैसे नहीं हैं. इस कारण उन्हें डर सता रहा है कि मकान मालिक घर से बाहर न निकाल दे. इसी कारण सरकार ने यह फैसला लिया है.
इससे पहले दिल्ली और एनसीआर में पलायन को देखते हुए उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के जिलाधाकारी ने आदेश दिया था कि कोई भी मकान मालिक अगले एक महीने तक अपने किराएदारों से किराया नहीं लेगा.
गौतम बुद्ध नगर जिलाधिकारी का आदेश
अपने आदेश में डीएम ने कहा था कि जो भी मकानमालिक इस नियम का उल्लंघन करेगा उसे 1 साल जेल की सजा हो सकती है या जुर्माना देना पड़ सकता है.
बता दें कि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज हैं. राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 3205 पहुंच गई है. वहीं 300 संक्रमित लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 194 लोगों की मौत हो चुकी है.
कोरोना मरीजों की संख्या देश भर में लगातार बढ़ती जा रही है. मौजूदा समय में कोरोना मरीजों की संख्या 13387 पहुंच गई है. जबकि 1748 लोग ठीक हो चुके हैं. कोरोना संक्रमण के कारण देश में 437 लोगों की मौत हो चुकी है.