Mumbai Air India Building: मुंबई में एयर इंडिया की बिल्डिंग को खरीदने के लिए अब महाराष्ट्र सरकार ने नया ऑफर दिया है. महाराष्ट्र सरकार अब इमारत को खरीदने के लिए 1600 करोड़ रुपये खर्च करने के लिए तैयार है. यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है. पिछली बार जब राज्य सरकार ने एयर इंडिया की बिल्डिंग को खरीदने का प्रयास किया था तो उस समय एयर इंडिया ने कथित तौर पर कहा था कि इमारत की कीमत 2,000 करोड़ रुपये से अधिक है.


राज्य ने मंत्रालय को एयर इंडिया भवन में विस्तारित करने की योजना बनाई है. पिछले महीने, उपमुख्यमंत्री फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा था कि राज्य सरकार मंत्रालय में सरकारी कार्यालयों और एनेक्सी बिल्डिंग के लिए जगह की कमी का सामना कर रही है. फडणवीस ने कहा कि उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री से बात की है और मुख्य सचिव मनु कुमार श्रीवास्तव मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अनुमति के बाद जल्द ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों से मिलेंगे.


देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट में कहा, "नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की और मुंबई में एयर इंडिया की इमारत राज्य सरकार को देने का अनुरोध किया. वर्तमान में, यहां तक ​​कि मंत्रालय और एक एनेक्स बिल्डिंग के साथ, सरकारी कार्यालयों के लिए जगह अपर्याप्त है, जब मैं मुख्यमंत्री था तब हमने यह प्रस्ताव दिया था."


1400 करोड़ का ऑफर दिया था, लेकिन नहीं बनी बात


आपको बता दें कि इससे पहले एमवीए सरकार के वक्त महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र को 1400 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था. हालांकि केंद्र ने एयर इंडिया बिल्डिंग को कम से कम 2000 करोड़ में बेचने पेशकश की थी. टाइम्स ऑफ इंडिया पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा, "वास्तविक कीमत लगभग 1,100 करोड़ रुपये से 1,200 करोड़ रुपये रही होगी, लेकिन सरकार को 2018 में एयर इंडिया से लगभग 300 करोड़ रुपये की वसूली करनी थी. एमवीए सरकार के तहत 2021 में बातचीत फिर से शुरू हुई थी, लेकिन कोई सौदा नहीं हुआ था." 


1970 में लीज पर दी थी जमीन


राज्य ने समुद्र के सामने की संपत्ति के लिए 1970 में एयर इंडिया को 99 साल के कार्यकाल के लिए जमीन लीज पर दी थी. एयर इंडिया ने अपनी संपत्ति-मुद्रीकरण योजना के तहत इमारत को खाली कर दिया और फरवरी 2013 में अपने कॉर्पोरेट कार्यालय को नई दिल्ली में स्थानांतरित कर दिया. एयर इंडिया ने 2018 में 23 मंजिला इमारत की बिक्री के लिए टेंडर्स भी आमंत्रित किए, लेकिन उनको ज्यादा रिस्पॉन्स नहीं मिला.


ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र में कभी भी हो सकते हैं मध्यावधि चुनाव, उद्धव ठाकरे ने कार्यकर्ताओं से कहा- तैयार रहो