ये खास ट्रेन 20 मिनट में पहुंचा देगी मुंबई से पुणे तक, अभी लगते हैं तीन घंटे
महाराष्ट्र सरकार ने वर्जिन समूह के साथ मुंबई से पुणे के बीच हाइपरलूप ट्रेन चलाने के लिए 'लेटर ऑफ इंटेंट(आशय पत्र)' साइन किया है.
मुंबई: अहमदाबाद से मुंबई तक बुलेट ट्रेन चलाने की महत्वाकांक्षी योजना के बाद बीजेपी सरकार ने अब देश की जनता को एक नया सपना दिखाया है. महाराष्ट्र सरकार ने वर्जिन समूह के साथ मुंबई से पुणे के बीच हाइपरलूप ट्रेन चलाने के लिए 'लेटर ऑफ इंटेंट(आशय पत्र)' साइन किया है. हाइपरलूप ट्रेन चलने से मुंबई से पुणे की यात्रा सिर्फ 20 मिनट में तय की जा सकती है. हालांकि अभी इतनी दूरी तय करने के लिए तीन घंटे का वक्त लगता है.
पहला हाइपरलूप मार्ग मध्य पुणे को वृहद महानगर के अलावा नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ेगा. बता दें कि रविवार को शाम में इस हवाई अड्डे की आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी ने रखी. हाइपरलूप मार्ग पूरी तरीके से इलेक्ट्रिक सिस्टम पर होगा. हाइपरलूप ट्रेन 1,000 कीलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से दौड़ेगी. हालांकि अभी तक इस परियोजना का कोई ब्योरा पेश नहीं किया गया है और न ही इसके लिए कोई समयसीमा निर्धारित की गई है.
इस मौके पर वर्जिन समूह के रिचर्ड ब्रैन्सन ने कहा महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई से पुणे के बीच हाइपरलूप ट्रेन बनाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि इस नए शुरुआत से हर साल 15 करोड़ यात्रियों को ले जाया जाएगा. ब्रैन्सन ने दावा किया कि इस परियोजना से 55 अरब डॉलर का समाजिक आर्थिक लाभ होगा. क्या है हाइपरलूप ट्रेनNew @Virgin @HyperloopOne in India could connect 26 million people, support 150 million passenger trips per year & help create a thriving, competitive megaregion https://t.co/IkYbfIs2yi pic.twitter.com/G4fh2WZ5TY
— Richard Branson (@richardbranson) February 18, 2018
Hyperloop, explained. pic.twitter.com/ZHY3iBjhjL — Hyperloop One (@HyperloopOne) August 2, 2017
हाइपरलूप ट्रेन ट्रांसपोर्टेशन की दुनिया में बेहद नई तकनीकि है. इस ट्रेन में चुंबकीय शक्ति की इस्तेमाल किया जाता है. इस ट्रेन में बिजली खर्च काफी कम होगा. इस ट्रेन में फ्रिक्शन नहीं होता है. भारत सहित कई देशों में इस ट्रेन को चलाने की योजना है. इस ट्रेन की स्पीड 1200 कीलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा हो सकता है. हालांकि इस योजना को अभी व्यवहारिक शक्ल दिया जाना बाकी है.