Maharashtra Government: महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के एक से सातवीं तक की कक्षा के सभी स्कूलों को खोलने का फैसला किया है. कोरोना महामारी (Corona Virus) के कारण स्कूल मार्च 2020 से बंद थे. यानी अब करीब 20 महीने के बाद छात्र स्कूल जाएंगे. पीडियाट्रिक टास्क फोर्स के ग्रीन सिग्नल के बाद महाराष्ट्र सरकार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सहमति से यह फैसला लिया है. हालांकि सरकार ने साफ किया है कि स्कूल प्रशासन को तय गाइडलाइंस का पालन करना अनिवार्य होगा.
महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि राज्य सरकार ने 1 दिसंबर से ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा 1 से 4 तक और शहरी क्षेत्रों में 1 से 7 के स्कूल फिर से खोलने का फैसला किया है. गायकवाड़ ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार ने कैबिनेट बैठक के दौरान इस मामले पर निर्णय लिया. इस बीच, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि दिसंबर में कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर आने की उम्मीद है, लेकिन इसका प्रभाव हल्का होगा.
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि थर्ड वेव के दौरान मेडिकल ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की जरूरत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में 80 प्रतिशत लोगों को टीका लग चुका है. वर्तमान में संक्रमण का स्तर और मृत्यु दर भी कम है. इससे पहले राजेश टोपे ने अभिभावकों से अपील की थी कि मुख्यमंत्री के फैसले के बाद अपने छात्रों को स्कूल भेजें और स्कूल प्रबंधन पर भरोसा करें.
पिछले 24 घंटे में कोरोना के 960 नए मामले आए सामने
महाराष्ट्र में पिछले एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 960 नए मामले सामने आए और उपचाराधीन मरीजों की संख्या लगातार चौथे दिन 10 हजार से कम रही. इसके साथ ही महामारी से 41 और मरीजों की मौत हो गई. स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई. विभाग ने कहा कि राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 66,32,257 हो गए हैं और मृतकों की संख्या 1,40,807 पर पहुंच गई है. महाराष्ट्र में अभी कोविड-19 के 9,366 मरीज उपचाराधीन हैं. मुंबई में संक्रमण के 251 और पुणे में 114 नए मामले सामने आए.
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