मुंबई: देशभर में जोरों से मजदूरों का पलायन जारी है जो देश के महानगरों से अपने जिलों की ओर वापस जा रहे हैं. इनमें से कुछ मजदूरों ने ट्रेन के सफर का पैसा दिया है. कई जगह तो सामान्य से ज्यादा पैसा चार्ज किया जा रहा है. इसे लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं.


वहीं महाराष्ट्र सरकार की तरफ से फैसला लिया गया है कि जो भी मजदूर महाराष्ट्र से वापस अपने गांव के लिए जा रहे हैं या दूसरे राज्यों से वापस महाराष्ट्र के लिए आ रहे हैं उनकी ट्रेन की यात्रा का खर्चा महाराष्ट्र सरकार मुख्यमंत्री राहत कोष से करेगी. साथ ही रेलवे की तरफ से भी फैसला लिया गया है कि जल्द पैसेंजर ट्रेनों की सेवा फिर से शुरू की जाएगी.


गौरतलब है कि मजदूरों को वापस भेजने के लिए पहले से ही रेलवे की तरफ से कुछ ट्रेनें चलाई जा रही है जो देश के बड़े महानगरों से लोगों को लेकर उनके घरों के लिए जा रही है. यह ट्रेनें खासतौर पर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे महानगरों से उत्तर भारत के राज्यों की ओर जा रही हैं.


जो भी मजदूर अपनी रेल यात्रा का खर्चा वहन नहीं कर सकते उनके इस खर्चे का अब महाराष्ट्र सरकार भुगतान करेगी. महाराष्ट्र सरकार ने फैसला लिया है कि महाराष्ट्र से जा रहे और महाराष्ट्र आ रहे इन लोगों की ट्रेन की यात्रा का खर्चा महाराष्ट्र सरकार मुख्यमंत्री राहत कोष से वहन करेगी.


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ट्वीट कर कर यह सूचना दी है. कई दिनों से बेरोजगार चल रहे मजदूर जिनके पास में न खाने के लिए पैसा है न वापस जाने के लिए पैसा है. महाराष्ट्र सरकार का यह फैसला उनके लिए बेहद सकारात्मक होगा.


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